जौनपुर: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी(सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बुधवार को जौनपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा. ओपी राजभर ने राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट करने के सवाल पर अखिलेश यादव पर हमला बोला. कहा कि एक तरफ राष्ट्रीय पार्टी के नेता वोट मांग रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी के किसी भी नेता ने न तो मुझे प्रेस वार्ता में या डिनर पार्टी में बुलाया और न ही हमसे वोट के लिए कहा. ओपी राजभर ने कहा कि नेता दो मुहां सांप होते हैं. कहा कि लेटर से अखिलेश की लाइकियत का पता चलता है. हमारी पार्टी के भी तीन विधायक सपा के सिंबल पर विधायक हैं. वहीं, मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे के सवाल पर हमलावर होते हुए कहा कि जब किसी नेता का स्वार्थ पूरा नही होता है तब वह इस्तीफा देता है. अब दिनेश खटीक का क्या विषय है अब उनके बयान के बाद पता चल पाएगा कि दिनेश खटीक ने यूपी कैबिनेट से क्यों इस्तीफा दिया है. ओपी राजभर ने अखिलेश यादव के ट्वीट पर भी पलटवार किया.
आजम खान ने अखिलेश को लेकर जो गर्मी में निकलने के सवाल पर कहा कि अखिलेश एसी कमरों से बाहर निकलें. गठबंधन के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि हमारी तरफ से गठबंधन नहीं तोड़ा जाएगा हमारी तरफ से तलाक नहीं दिया जाएगा. हम हम चाहते हैं कि उधर से तलाक दिया जाए. ओमप्रकाश राजभर ने इनोवा और फॉर्च्यूनर से चलने के फायदे भी गिनाए. उन्होंने कहा कि हम 17 साल से इनोवा कार से चलते आ रहे हैं. हम लंबी दूरी का सफर करने के लिए हमेशा इनोवा रखते हैं. फॉर्च्यूनर से चलने के क्या नुकसान होते हैं यह भी बताएं? ओपी राजभर ने कहा किसी में दम हो तो मेरे नाम से फार्च्यूनर खरीद कर दे.राजभर ने कहा कि अखिलेश ने चाचा को भी गच्चा दे दिया.
राजभर ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान आजमगढ़ में जनता लगातार इस बात की शिकायत कर रही थी कि सपा के कार्यकाल में वहां पर त्राहिमाम मचा हुआ था. अखिलेश यादव साढ़े चार साल AC के कमरे में बैठकर मजा लिए हैं. आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी अखिलेश यादव से उनकी पार्टी का गठबंधन है, जब अखिलेश यादव गठबंधन से तलाक दे देंगे तब वह अपनी रणनीति बनाएंगे.
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ सरकार के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के कथित इस्तीफे की खबर ने विपक्ष को वार करने का मौका दे दिया है. जल शक्ति विभाग के राज्यमंत्री दिनेश खटीक के कथित इस्तीफे की चर्चा ने न सिर्फ योगी सरकार के लिए मुसीबतें बढ़ा दी हैं, बल्कि विपक्ष को भी चुटकी लेने का मौका दिया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने दिनेश खटीक के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया दी है.
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जहाँ मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले… ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है।
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कभी-कभी बुलडोज़र उल्टा भी चलता है।
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कभी-कभी बुलडोज़र उल्टा भी चलता है।जहाँ मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले… ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 20, 2022
कभी-कभी बुलडोज़र उल्टा भी चलता है।
अपने ट्वीट में अखिलेश यादव ने उत्तरप्रदेश की योगी सरकार को दलित विरोधी करार दिया है. उन्होंने लिखा है कि जहां मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले. ऐसी भेदभावपूर्ण भाजपा सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है. साथ ही उन्होंने चुटकी लेते हुए लिखा है कि कभी-कभी बुलडोज़र उल्टा भी चलता है.
खाद्य पदार्थों सहित कई उत्पादों पर जीएसटी लागू होने के सवाल पर राजभर ने कहा कि लोगों को मुद्दे नहीं दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी 60 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिनके दरवाजे पर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं पहुंच पाईं हैं. ये ऐसे लोग हैं जिनके यहां शिक्षा और रोजगार तक उपलब्ध नहीं हो पाया है. लोग 70 सालों से वोट दे रहे हैं, लेकिन उनको लाभ नहीं नजर आ रहा है. ऐसी स्थिति में लोगों को सिर्फ 5 किलो राशन ही नजर आ रहा है.
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