जौनपुर: जिले के सदर विधायक और राज्य मंत्री आवास और शहरी नियोजन गिरीश चंद्र यादव ने मातापुर वार्ड में लगे एक चौपाल में डूडा के जेई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज बर्खास्त करने का आदेश दिया है. जेई पर आरोप है कि लाभार्थी को आवास की किस्त देने के नाम पर पैसों की मांग कर रहा था.
जनपद जौनपुर के मातापुर वार्ड में चौपाल लगाकर जनता की समस्याओं को सुना गया. मंत्री द्वारा इस बात की जानकारी ली गई कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ जनता को कैसे मिल रहा है. इस दौरान नगर के मंडी अहमद खां के निवासी छोटेलाल बेनवंशी ने अपनी समस्या से राज्यमंत्री गिरीश यादव को रूबरू करवाया. छोटेलाल बेनवंशी का कहना था कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत किस्त के नाम पर डूडा विभाग के जेई भरत लाल यादव पैसे की मांग करते हैं. छोटेलाल बेनवंशी का कहना है कि भरत लाल यादव ने उनसे 2,000 रुपये की मांग की थी.
पीड़ित छोटेलाल बेनवंशी ने अपनी दास्तान मंत्री को चौपाल के दौरान बताई. जिसके बाद मंत्री ने प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए परियोजना अधिकारी के जेई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर बर्खास्त करने का आदेश दिया है.
जानिए मंत्री ने क्यों दिए डूडा के JE को बर्खास्त करने के निर्देश
जौनपुर के सदर विधायक और राज्य मंत्री आवास और शहरी नियोजन गिरीश चंद्र यादव, जिले के मातापुर वार्ड में लगी एक चौपाल पहुंचे. चौपाल में शिरकत के दौरान उन्होंने उन्होंने डूडा के जेई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर बर्खास्त करने का आदेश दिया है.
जौनपुर: जिले के सदर विधायक और राज्य मंत्री आवास और शहरी नियोजन गिरीश चंद्र यादव ने मातापुर वार्ड में लगे एक चौपाल में डूडा के जेई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज बर्खास्त करने का आदेश दिया है. जेई पर आरोप है कि लाभार्थी को आवास की किस्त देने के नाम पर पैसों की मांग कर रहा था.
जनपद जौनपुर के मातापुर वार्ड में चौपाल लगाकर जनता की समस्याओं को सुना गया. मंत्री द्वारा इस बात की जानकारी ली गई कि केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ जनता को कैसे मिल रहा है. इस दौरान नगर के मंडी अहमद खां के निवासी छोटेलाल बेनवंशी ने अपनी समस्या से राज्यमंत्री गिरीश यादव को रूबरू करवाया. छोटेलाल बेनवंशी का कहना था कि प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के अंतर्गत किस्त के नाम पर डूडा विभाग के जेई भरत लाल यादव पैसे की मांग करते हैं. छोटेलाल बेनवंशी का कहना है कि भरत लाल यादव ने उनसे 2,000 रुपये की मांग की थी.
पीड़ित छोटेलाल बेनवंशी ने अपनी दास्तान मंत्री को चौपाल के दौरान बताई. जिसके बाद मंत्री ने प्रकरण की गंभीरता को समझते हुए परियोजना अधिकारी के जेई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर बर्खास्त करने का आदेश दिया है.