जौनपुर: पर्यावरण को बचाने के लिए एनजीटी ने काफी सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. जिसके कारण प्रशासन को भी कड़े कदम उठाने को मजबूर होना पड़ रहा है. जिले में बड़ी संख्या में ईट भट्ठे काले धुएं के रूप में जहर उगल रहे हैं, जिसके कारण मानव स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है. जिले में बड़ी संख्या में अवैध रूप से ईट भट्ठे संचालित हैं. इन ईट भट्ठों के संचालकों के पास न तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी है और न ही संबंधित विभागों का कोई प्रमाण पत्र.
अवैध ईट भट्ठों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश...
- जौनपुर जनपद में अब प्रशासन अवैध रूप से चल रहे ईट भट्ठों के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहा है.
- यह ईट भट्ठे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
- अवैध ईंट भट्ठों की बढ़ती संख्या के कारण सरकार को राजस्व ही नहीं, बल्कि वायु प्रदूषण के रूप में बड़ा नुकसान भी हो रहा है.
- जौनपुर जनपद में 680 ईंट भट्ठे संचालित हैं, इनमें से ज्यादातर अवैध रूप से चल रहे हैं.
- एनजीटी के सख्त निर्देश के बाद प्रशासन अब इन ईट भट्ठों के खिलाफ अभियान चलाकर इनको बंद कराने का काम कर रहा है.
- ईंट भट्ठे अवैध रूप से संचालित होने पर सरकार को राजस्व की बड़ी हानि भी हो रही है.
- अब प्रशासन इन ईंट भट्ठों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का मन बना चुका है.
प्रशासन की जांच में अभी तक 19 ईट भट्ठे अवैध रूप से पाए गए हैं. जिनको नोटिस जारी कर इनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. वहीं यह ईट भट्ठे मानक को ताक पर रखकर चलाए जा रहे हैं. लगातार बढ़ती संख्या के कारण जिले का वातावरण तेजी से प्रदूषित हो रहा है.