जौनपुर: झूठे मुकदमे दर्ज होने से परेशान प्रधानों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इन प्रधानों का आरोप है कि एक प्रधान पर एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, क्योंकि 15 दिन पहले मुफ्तीगंज के मेहोड़ा गांव के प्रधान ने ग्राम पंचायत अधिकारी को कमरे में बंद करके पिटाई की थी, उसके बाद ग्राम पंचायत अधिकारियों ने थाने का घेराव किया था, जिसके बाद पुलिस ने ग्राम प्रधान के ऊपर सरकारी काम में बाधा डालने और एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज कर लिया.
पीड़ित प्रधानों ने की सुरक्षा की मांग
पीड़ित प्रधान के पक्ष में प्रधान संघ के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में प्रधानों ने प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन दिया. साथ ही सुरक्षा के लिए प्रधानों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई. इसके साथ ही प्रधानों के कुछ प्रमुख मांगें रखी हैं, जिनमें पांच हजार रुपये मासिक पेंशन और प्रधानों को टोल प्लाजा एवं ट्रेन और बसों में फ्री पास दिया जाए. साथ ही ग्राम प्रधानों को असलहे का लाइसेंस प्रदान किया जाए और गांव में मनरेगा के तहत मजदूरों को कम से कम 250 रुपये मजदूरी दी जाए.
प्रशासन द्वारा फर्जी तरीके से ग्राम प्रधान पर एससी-एसटी का झूठा केस लगया गया है, जबकि जब तक जांच न हो जाए तक एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता है. अगर प्रशासन सही प्रतिक्रिया 10 दिन के अंदर नहीं देता है तो हम यहीं कलेक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन करेंगे.
-मनोज यादव, जिलाध्यक्ष प्रधान संघ