जौनपुर: पूरे देश में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है. देश में लॉकडाउन अब 3 मई तक बढ़ गया है. ऐसे में अब शहर ही नहीं बल्कि गांव के लोग भी इस बीमारी को लेकर दहशत में हैं. जौनपुर में ग्रामवासियों की इस दहशत को खत्म करने के लिए एक ग्राम प्रधान ने गांव के ही 3000 लोगों की स्वास्थ्य की जांच करा दी.
गांव में चाहे महिला हो या पुरुष ऐसे संकट के दौर में उनकी स्वास्थ्य की जांच से लेकर कोरोना से बचाने के लिए पर्याप्त सुरक्षा के लिए भी गोहका गांव के ग्राम प्रधान मनोज यादव सक्रिय हैं. बता दें कि उन्होंने गांव में प्रधान के दायित्व के साथ-साथ एक सजग चिकित्सक का भी दायित्व निभाया है.
मछलीशहर के ग्रामीण कोरोना से नहीं डरते
प्रदेश में कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है, जिसको लेकर सरकार भी चिंतित है. कोरोना को लेकर जिलों में बढ़ते संक्रमण को लेकर सभी जिलाधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं. जौनपुर में कोरोना के तीन मरीजों को देखते हुए 4 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं.
वहीं गांव के ग्रामीण भी कोरोना के चलते दहशत में है, लेकिन मछली शहर तहसील के अंतर्गत ग्राम गोहका में ग्रामीण कोरोना से नहीं डरते हैं. इस गांव के ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव के प्रधान एक कुशल चिकित्सक भी हैं. इस संकट के दौर में उन्होंने ग्रामवासियों को साहस दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि उनके जैसे ग्राम प्रधान के होते हुए चिंता करने की जरूरत नहीं है.
गांव के 3000 लोगों की हुई जांच
कोरोना के लक्षण और संक्रमण को किसी भी तरीके से गांव में घुसने से रोकने के लिए ग्राम प्रधान डॉ. मनोज यादव लगातार गांव के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं. थर्मल स्कैनर से लेकर ग्रामवासियों के ब्लड प्रेशर, शुगर और अन्य तरीके की जांच भी वह खुद अपनी टीम के द्वारा कर रहे हैं. उन्होंने गांव में अब तक 3000 से ज्यादा लोगों की स्वास्थ्य की जांच कर ली है, जिसमें से उन्हें किसी भी ग्रामवासी में कोरोना जैसे लक्षण नहीं मिले हैं.
वहीं गांव के लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और होम क्वारंटाइन में रहने पर भी जोर दे रहे हैं. गांव में उन्होंने सभी बच्चे बूढ़े और महिलाओं को मास्क और साबुन वितरित किए हैं, जिससे कि वह साफ सफाई के साथ कोरोना से बचे रहें. गांव के लोग ग्राम प्रधान के इस कार्य की जमकर सराहना कर रहे हैं. वहीं इस ग्राम प्रधान की चर्चा आज पूरे जनपद में है.