जौनपुर : योगी सरकार का प्रयास है कि सरकारी स्कूलों को कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जाए. प्रदेश के परिषदीय स्कूलों के पास अपनी बिल्डिंग से लेकर सारी सुविधाएं मौजूद हैं, फिर भी यह स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार पिछड़ रहे हैं. अब सरकार बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में ग्रेडेड लर्निंग सिस्टम लागू करने जा रही है.
इसके माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में सिखाया जाएगा. इससे बच्चों का पढ़ाई में मन भी लगेगा. यहां के बच्चे कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट बनेंगे. शिक्षकों को ग्रेडेड लर्निंग की ट्रेनिंग दी जा रही है, जिसके माध्यम से अब वह शिक्षण के प्रभावी तरीके सीख रहे हैं.
प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों पर सरकार हर वर्ष सैकड़ों करोड़ खर्च कर रही है. इन विद्यालयों के छात्रों के लिए वर्तमान में पढ़ाई से लेकर ड्रेस, जूते, मोजे तक सब कुछ सरकार उन्हें मुफ्त में दे रही है, जिससे की लोगों में इन स्कूलों के प्रति दोबारा से विश्वास जगाया जाए.
वहीं अब सरकार का यह प्रयास है कि गुणवत्ता में पिछड़ रहे इन्हीं स्कूलों को अब कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जाए. इसकी शुरुआत हो चुकी है. पहले हर ब्लॉक में पांच स्कूलों को इंग्लिश मीडियम के मॉडल स्कूल के तौर पर संचालित किया जा रहा है. अब वही ग्रेडेड लर्निंग के माध्यम से शिक्षकों को ट्रेनिंग देकर खेल खेल में कैसे पढ़ाया जाए, यह बताया जा रहा है.
इससे छात्रों को पढ़ने में भी मजा आएगा और वह जल्दी किसी सिखाए गए ज्ञान को भूल नहीं सकेंगे. जौनपुर में ग्रेडेड लर्निंग के माध्यम से शिक्षकों को पढ़ाई के कई तरीके सिखाए गए. शिक्षक भी इन नए क्रियाकलाप को सीखकर उत्साहित हैं.
ग्रेडेड लर्निंग की ट्रेनिंग ले रही शिक्षिका उमा सिंह ने बताया कि शिक्षण के इन तरीकों को सीकर काफी उत्साहित हैं और इससे निश्चित रूप से छात्रों को काफी फायदा भी होगा.
क्या कहना है मास्टर ट्रेनर का
जौनपुर में ग्रेडेड लर्निंग की ट्रेनिंग दे रही मास्टर ट्रेनर विजयलक्ष्मी ने बताया कि सरकार का प्रयास है कि कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर अब परिषदीय स्कूलों में भी क्रियाकलाप के माध्यम से पढ़ाई कराई जाए. इसलिए अब उन्हें इस ट्रेनिंग के माध्यम से पढ़ाई के बेहतर तरीकों को सिखाया जा रहा है, जो निश्चित रूप से काफी छात्रों के लिए फायदेमंद साबित होगा.