जौनपुर: नेवढ़िया थाना क्षेत्र के दीपापुर गांव में एक घर के अंदर सोमवार की रात 2:30 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में ब्लास्ट होने से समूचा पक्का मकान मलबे में तब्दील हो गया. ब्लास्ट से परिवार के 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. उनका वाराणसी के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है. घर का सारा सामान ब्लास्ट होने के कारण जल गया. थानाध्यक्ष रमेश मिश्रा का कहना है कि ब्लास्ट गैस सिलेंडर के लीक होने से हुआ, लेकिन ब्लास्ट के बाद गैस सिलेंडर का एक भी टुकड़ा बरामद नहीं हुआ है. ग्रामीणों का कहना है कि रात में ब्लास्ट की आवाज 2 किलोमीटर तक सुनाई दी थी.
सूचना मिलने पर पर रात में ही नेवढ़िया थानाध्यक्ष रमेश मिश्रा मौके पर पहुंचे. मकान मालिक पारस सोनकर 26 वर्ष, पत्नी कविता 24 वर्ष, 1 वर्ष का बेटा कार्तिक सोनकर गंभीर रूप से झुलसने की वजह से तड़प रहे थे. मकान का मलबा गिरने से पारस की मां राधिका देवी गंभीर रूप से घायल हो गई थीं. सभी घायलों को पुलिस ने अस्पताल भेजा गया. वहां उनका इलाज हो रहा है.
ब्लास्ट बना अबूझ पहेली: पुलिस की मानें, तो घर के अंदर रसोई गैस सिलेंडर का रिसाव होने से ब्लास्ट हुआ. ब्लास्ट होते ही पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया. पक्के मकान में रखे कपड़े भी आग में जल गये, लेकिन विस्फोट के बाद फटे सिलेंडर का एक टुकड़ा पुलिस को नहीं मिला. इसलिए सिलेंडर ब्लास्ट होने की थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं.
क्या कह रही है पुलिस: थानाध्यक्ष रमेश मिश्रा ने बताया कि घर के अंदर रसोई गैस सिलेंडर में रिसाव होने कारण यह ब्लास्ट हुआ था. रात 2:30 बजे वो पहुंचे थे. सिलेंडर के टुकड़े न मिलने की बात पर उन्होंने कहा कि वो इसके विशेषज्ञ नहीं हैं कि सिलेंडर को खोज पाएं. फिलहाल 4 लोग घायल हैं. मकान मालिक पारस, उनकी पत्नी और बेटा 70% झुलस गये थे. उनकी मां भी विस्फोट के बाद मकान के मलबे में दबने के कारण गंभीर रूप से घायल हुई हैं.
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