ETV Bharat / state

जौनपुरः पलभर में खड़ी फसल चट कर जा रहे अन्ना पशु, किसान कर रहे त्राहिमाम

यूपी के जौनपुर में अभी भी अन्ना पशुओं की समस्या बनी हुई है. जिले के प्रत्येक विकास खंज में चार-चार और गोशाला बनने की बात चल रही है, लेकिन अभी तक उसके लिए जमीन तक नहीं ली जा सकी  है. किसानों का कहना है कि अन्ना पशु उनकी पूरी फसल खा ले रहे हैं.

etv bharat
अवारा पशुओं से परेशान किसान.
author img

By

Published : Dec 10, 2019, 9:39 AM IST

जौनपुरः सरकार एक तरफ किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ किसान इन दिनों आवारा पशुओं से बेहद परेशान हैं. किसान के लिए उसकी फसल ही उसके सपनों को पूरा करने का एक जरिया होती है, लेकिन इस फसल पर इन दिनों आवारा पशुओं का संकट मंडरा रहा है.

आवारा पशुओं से परेशान किसान.
अन्ना पशु झुंड में घूमते हैं और किसान की खड़ी फसल को पलभर में बर्बाद कर देते हैं, जिसके कारण किसान इन दिनों मुसीबत में है. वहीं जिला प्रशासन किसानों की समस्या के चलते प्रत्येक विकासखंड में चार-चार और गोशालाओं को बनाने का निर्देश दिया गया है, लेकिन यह निर्देश अभी कागजों में ही है.
अभी तक जनपद में 1900 बेसहारा पशुओं को गोशालाओं के माध्यम से संरक्षित किया गया है, जबकि इनकी भारी संख्या अभी भी सड़कों पर खुलेआम घूम रही है. अपनी खड़ी फसल के बर्बाद होने से परेशान अशोक यादव ने बताया कि उनकी धान, गन्ना, चना और मटर जैसी फसलें यह पशु बर्बाद कर चुके हैं, जिसके कारण वह बहुत परेशान हैं.

आवारा पशुओं की समस्या को देखते हुए प्रत्येक विकासखंड में चार-चार और गोशाला मनरेगा के तहत बनाने का निर्देश दिया गया है. वहीं अभी जनपद में 1900 गोवंश गोशालाओं में संरक्षित हैं, जबकि इनकी संख्या लगभग 4000 तक है. जिनको इन गोशालाओं में संरक्षित करना है.
-दिनेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी

जौनपुरः सरकार एक तरफ किसानों की आय को 2022 तक दोगुना करने की बात कह रही है, वहीं दूसरी तरफ किसान इन दिनों आवारा पशुओं से बेहद परेशान हैं. किसान के लिए उसकी फसल ही उसके सपनों को पूरा करने का एक जरिया होती है, लेकिन इस फसल पर इन दिनों आवारा पशुओं का संकट मंडरा रहा है.

आवारा पशुओं से परेशान किसान.
अन्ना पशु झुंड में घूमते हैं और किसान की खड़ी फसल को पलभर में बर्बाद कर देते हैं, जिसके कारण किसान इन दिनों मुसीबत में है. वहीं जिला प्रशासन किसानों की समस्या के चलते प्रत्येक विकासखंड में चार-चार और गोशालाओं को बनाने का निर्देश दिया गया है, लेकिन यह निर्देश अभी कागजों में ही है.
अभी तक जनपद में 1900 बेसहारा पशुओं को गोशालाओं के माध्यम से संरक्षित किया गया है, जबकि इनकी भारी संख्या अभी भी सड़कों पर खुलेआम घूम रही है. अपनी खड़ी फसल के बर्बाद होने से परेशान अशोक यादव ने बताया कि उनकी धान, गन्ना, चना और मटर जैसी फसलें यह पशु बर्बाद कर चुके हैं, जिसके कारण वह बहुत परेशान हैं.

आवारा पशुओं की समस्या को देखते हुए प्रत्येक विकासखंड में चार-चार और गोशाला मनरेगा के तहत बनाने का निर्देश दिया गया है. वहीं अभी जनपद में 1900 गोवंश गोशालाओं में संरक्षित हैं, जबकि इनकी संख्या लगभग 4000 तक है. जिनको इन गोशालाओं में संरक्षित करना है.
-दिनेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी

Intro:जौनपुर।। सरकार एक तरफ किसानों की आय को 2022 तक दुगना करने की बात कह रही है । वहीं दूसरी तरफ किसान इन दिनों आवारा पशुओं से बेहद परेशान है । किसान के लिए उसकी फसल ही उसके सपनों को पूरा करने का एक जरिया होती है लेकिन इस फसल पर इन दिनों आवारा पशुओं का संकट मंडरा रहा है। यह पशु झुंड में घूमते हैं और किसान की खड़ी फसल को पलभर में बर्बाद कर देते हैं जिसके कारण किसान इन दिनों मुसीबत में है । वहीं जिला प्रशासन किसानों की समस्या के चलते प्रत्येक विकासखंड में चार-चार और गौशालाओं को बनाने का निर्देश दिया है लेकिन यह निर्देश अभी कागजों में ही है । और गौशाला है बनाने का प्लान जमीन पर उतरेगा तो ही किसानों का भला होगा।


Body:वीओ।। जौनपुर में किसान इन दिनों आवारा पशुओं से बेहद परेशान है। यह पशु उसकी खड़ी फसल को पल भर में बर्बाद कर देते हैं । इसके लिए किसान को रात भर जागना भी पड़ता है लेकिन फिर भी उसकी समस्या कम नहीं हो रही है । अभी तक जनपद में 1900 बेसहारा पशुओं को गौशालाओं के माध्यम से संरक्षित किया गया है। जबकि इनकी भारी संख्या अभी भी सड़कों पर खुलेआम घूम रही है। जिसके चलते जिलाधिकारी ने प्रत्येक विकासखंड में चार और अतिरिक्त गौशाला खोलने का निर्देश दिया है। जिला प्रशासन के यह आदेश अभी सिर्फ फाइलों में ही चल रहा हैं जबकि हकीकत में किसान की खड़ी फसल को यह पशु बर्बाद कर रहे हैं । किसान इन पशुओं के चलते कैसे अपनी आय बढ़ाएगा जब उसकी फसल ही बर्बाद हो जाएगी।


Conclusion:अपनी खड़ी फसल के बर्बाद होने से परेशान अशोक यादव ने बताया कि उसकी धान गन्ना व चना और मटर जैसी फसलें यह पशु बर्बाद कर चुके हैं जिसके कारण वह बहुत परेशान है।
वहीं दूसरे किसान दशरथ ने बताया कि उसने रवि में चना और मटर की फसल बोई थी लेकिन इन पशुओं ने उसे पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। वहीं प्रशासन उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दे रहा है।

बाइट-अशोक यादव- किसान
बाइट-दशरथ-किसान


जौनपुर के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि आवारा पशुओं की समस्या को देखते हुए प्रत्येक विकासखंड में चार चार और गौशाला है मनरेगा के तहत बनाने का निर्देश दिया गया है। वही अभी जनपद में 1900 गौशालाओं में संरक्षित है जबकि इनकी संख्या लगभग 4000 तक है। जिनको इन गौशालाओं में संरक्षित करना है।

बाइट- दिनेश कुमार सिंह जिलाधिकारी जौनपुर


पीटीसी


Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.