जौनपुर: दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही कुम्हारों के चाक की रफ्तार बढ़ जाती है. इस बार मिट्टी के दियों की मांग दीपावली पर कुछ ज्यादा ही है जिससे कुम्हारों के चेहरे पर अलग तरह की खुशी दिखाई दे रही है. जौनपुर में इस बार पिछले साल की अपेक्षा मिट्टी के दियों की मांग 20 प्रतिशत ज्यादा हुई है.
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दियों की मांग में हुई बढ़ोतरी
जौनपुर में इस बार कुम्हारों के लिए की मांग में पिछले साल के अपेक्षा काफी इजाफा हुआ है, जिसके चलते कुम्हारों के घरों में इस बार कुछ ज्यादा ही खुशियां दिखाई दे रही है. पिछले साल से इस बार 20 प्रतिशत ज्यादा दियों की मांग है, जिसका प्रमुख कारण पीएम मोदी की प्लास्टिक पर प्रतिबंध को देखा जा रहा है.
पीएम की पहल का हुआ फायदा
जौनपुर शहर में ऐसे 400 कुम्हार परिवार हैं जो मिट्टी के बर्तन बनाने का काम कई पीढ़ियों से कर रहे हैं. विशंभर नाथ प्रजापति पिछली तीन पीढ़ियों से मिट्टी के दिेये और कुल्हड़ बनाते हैं. इस बार पीएम की पहल का उनको फायदा मिलता हुआ दिखाई दे रहा है. लोगों की सोच में बदलाव हुआ है जिसका फायदा कुम्हारों को मिल रहा है.
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मिट्टी के बर्तन बनाकर पूरे परिवार का पेट पालने वाले सुरेश चंद्र प्रजापति बताते हैं कि सरकार की पहल से उन्हें फायदा हुआ है. इस बार दियों की मांग कुछ बढ़ी है लेकिन उतनी नहीं बढ़ पाई है जितनी उनको उम्मीद थी. बढ़ती हुई महंगाई को देखते हुए उनके दियों के दाम पिछले साल के बराबर ही है, जिसके चलते उन्हें कुछ खास मुनाफा नहीं हो रहा है.