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'योगीराज' में गोशाला से तालाब में फेंकी जा रहीं जिंदा गायें

उत्तर प्रदेश में गो संरक्षण के लिए योगी सरकार ने गोशालाओं का निर्माण कराया था. इन गौ आश्रयों में गायों के खाने-पीने और देखभाल की व्यवस्था की गई थी लेकिन जौनपुर जिले में इन दावों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां जिंदा गायों को गोशालाओं से निकाल तालाब में फेंका जा रहा है.

गोशाला में गायों की मौत.
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Published : Jul 13, 2019, 12:41 PM IST

Updated : Jul 13, 2019, 1:26 PM IST

जौनपुर: जनपद की अस्थायी गोशालाओं में पशुओं की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जनपद के मुंगराबादशाहपुर विकासखंड का है जहां पिछले तीन दिनों में 25 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है. इसके साथ ही गोशाला कर्मचारियों ने कुछ जिंदा गायों को तालाब में फेंक दिया. जिला प्रशासन इसे भारी बारिश का परिणाम बता रहा है.

गोशाला में गायों की मौत.

गौआश्रय में दम तोड़ती गायें

  • मुंगराबादशाहपुर विकास खण्ड के उकनी गांव में जिला प्रशासन ने अस्थायी गोशाला का निर्माण कराया था.
  • तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से यहां छप्पर भी टूटकर गिर गया.
  • गोशाला की सभी गायें लगातार बारिश में भीगती रहीं.
  • इस बीच उनके लिए खाने-पीने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया.
  • इस लापरवाही के चलते 25 से अधिक गायों की मौत हो गई.
  • गोशाला की देख-रेख में लगे कर्मचारियों ने मामले को दबाने के लिए मृत गायों को जेसीबी से गढ्ढा खोदकर दफना दिया.
  • कुछ गाय जो मरणासन्न स्थिति में थीं उन्हें पास के तालाब में फेंक दिया.
  • ग्रामीणों ने तालाब के किनारे असहाय हालत में पड़ी गाय को निकाला और गोशाला कर्मचारियों को फटकार लगाई.
  • छप्पर ध्वस्त होने की सूचना होने पर अधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में अस्थायी शेड की व्यवस्था कराने लगे.

पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अस्थाई गोशाला का टीन शेड टूट गया है. यहां नया शेड लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही पशुओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर दी जाएगी.
- शैलेश सिंह, ग्रामीण

जौनपुर: जनपद की अस्थायी गोशालाओं में पशुओं की मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जनपद के मुंगराबादशाहपुर विकासखंड का है जहां पिछले तीन दिनों में 25 से ज्यादा गायों की मौत हो गई है. इसके साथ ही गोशाला कर्मचारियों ने कुछ जिंदा गायों को तालाब में फेंक दिया. जिला प्रशासन इसे भारी बारिश का परिणाम बता रहा है.

गोशाला में गायों की मौत.

गौआश्रय में दम तोड़ती गायें

  • मुंगराबादशाहपुर विकास खण्ड के उकनी गांव में जिला प्रशासन ने अस्थायी गोशाला का निर्माण कराया था.
  • तीन दिन से लगातार हो रही बारिश से यहां छप्पर भी टूटकर गिर गया.
  • गोशाला की सभी गायें लगातार बारिश में भीगती रहीं.
  • इस बीच उनके लिए खाने-पीने का भी कोई इंतजाम नहीं किया गया.
  • इस लापरवाही के चलते 25 से अधिक गायों की मौत हो गई.
  • गोशाला की देख-रेख में लगे कर्मचारियों ने मामले को दबाने के लिए मृत गायों को जेसीबी से गढ्ढा खोदकर दफना दिया.
  • कुछ गाय जो मरणासन्न स्थिति में थीं उन्हें पास के तालाब में फेंक दिया.
  • ग्रामीणों ने तालाब के किनारे असहाय हालत में पड़ी गाय को निकाला और गोशाला कर्मचारियों को फटकार लगाई.
  • छप्पर ध्वस्त होने की सूचना होने पर अधिकारी हरकत में आए और आनन-फानन में अस्थायी शेड की व्यवस्था कराने लगे.

पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण अस्थाई गोशाला का टीन शेड टूट गया है. यहां नया शेड लगाने का काम शुरू कर दिया गया है. जल्द ही पशुओं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कर दी जाएगी.
- शैलेश सिंह, ग्रामीण

Intro: जौनपुर (जुलाई 12) सूबे में आवारा पशुओं से किसानों की फसल बचाने के लिए योगी सरकार ने अस्थाई गौशालाओं का निर्माण किया जहां पर जनपद में घूम रहे हैं आवारा पशुओं को रखने की व्यवस्था की गई पर अस्थाई गौशालाओं में पशुओं का मौत रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जनपद के मुंगराबादशाहपुर विकासखंड का सामने आया है जहां ग्रामीणों की मानें तो 25 से ज्यादा संख्या पशुओं की मौत हुई है जिनकी हल्की सांसे चल रही है उन्हें तालाब के किनारे फेंककर दिया गया है

जौनपुर में प्रशासन द्वारा बनाये गए अस्थायी गौशाला में पशुओं के लिए चारा और पानी की उचित ब्यवस्था न होने से दर्जनों गायों की मौत हो गई। अपनी कमी को छिपाने के लिए गौशाला की देख रेख में लगे कर्मचारियों ने जेसीबी से गड्ढा खोड़वाकर8 गायों को उसमे दफना दिया और कुछ गायों को जिंदा ही तालाब के किनारे झड़ी में फेंक दिया। पूरा मामला मुगरा बादशाहपुर इलाके के उकनी गांव का है।

Body:वीओ -मुंगराबादशाहपुर विकास खण्ड के उकनी गांव में जिला प्रशासन द्वारा अस्थाई गौशाला का निर्माण कराया गया. अस्थायी गौशाला में चारे एंव भूसा के अभाव के कारण दर्जनों गायो की मौत हो गयी । गौशाला की देख रेख में लगे कर्मचारियों ने अपनी नाकामयाबी छिपाने के लिए मृत गायों को जेसीबी से गढ्ढा खोदकर दफना दिया और कुछ गायों को जिन्दा ही तालाब के किनारे झाड़ी में फेंक दिया । तालाब के किनारे असहाय हालत में पड़ी गाय को ग्रामीणों ने निकालकर कर्मचारियों को फटकार लगायी । इतना ही नही लाखो रुपये खर्च करने के बावजूद गोशाला की दशा नही सुधर पायी । बरसात के चलते जब छप्पर ध्वस्त होने की सूचना अधिकारियों को मिली तो लोग हरकत में आए और आनन - फानन में अस्थायी शेड की व्यवस्था कराने लगे ।
Conclusion:खंड विकास अधिकारी प्रत्युष सिंह ने बताया कि जनपद में पिछले लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण अस्थाई गौशाला का 3 सीट बिखर गया जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इन सारे पशुओं को दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है जल्द ही इसकी अच्छे से मरम्मत करा कर यहां पर शिफ्ट किया जायेगा.


बाईट- प्रत्यूष सिंह - खण्ड विकास अधिकारी
बाईट- शैलेश सिंह, - ग्रामीण
Last Updated : Jul 13, 2019, 1:26 PM IST
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