ETV Bharat / state

जौनपुर: क्षमता से 4 गुना ज्यादा कैदी भरे हुए हैं जिला जेल की बैरकों में, नहीं बची अब रहने की जगह - जौनपुर की खबरें

यूपी के जौनपुर में जिला जेल के हालात बेहद खराब हैं. जेल की स्थिति यह है कि यहां तय सीमा से 4 गुना अधिक कैदी बन्द हैं. इस समय जेल में 1,292 कैदी बंद हैं जबकि इस जेल की क्षमता 320 कैदियों की निर्धारित की गई थी.

जिला जेल के हालात बेहद खराब
author img

By

Published : Oct 23, 2019, 3:04 PM IST

जौनपुर: जनपद का जिला कारागार सांपों के चलते लगातार सुर्खियों में है. वहीं इस कारागार में कैदियों की संख्या भी तय क्षमता से 4 गुना अधिक पहुंच चुकी है. जिसके कारण बैरकों में बंद कैदियों को अब करवट बदलना भी मुश्किल हो रहा है. जनपद की जिला जेल काफी पुरानी है. इस जिला जेल की क्षमता 320 कैदियों की है जबकि इन दिनों 1,292 कैदी जेल में बंद हैं. वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने मंगलवार को जेल के बैरकों की तलाशी ली. जिसके बाद ओवरलोड हो चुकी जेल को देखकर उन्होंने जेल प्रशासन को खास निर्देश भी दिए.

जिला जेल के हालात बेहद खराब.
बैरकों में नहीं बची है करवट बदलने की जगह
  • जौनपुर की जिला जेल का निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था.
  • तब जिले की जनसंख्या को देखते हुए जिला जेल में 8 बैरक बनाई गई थी.
  • उस समय जेल की क्षमता 320 कैदियों की निर्धारित की गई थी.
  • बढ़ते अपराध के चलते जिला जेल में इन दिनों कैदियों की क्षमता 4 गुने से भी ज्यादा हो चुकी है.
  • वर्तमान में जिला जेल में 1,292 कैदी बंद हैं.
  • वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने जिला जेल का निरीक्षण किया तो उन्होंने कैदियों की भारी भीड़ को देखते हुए कुछ निर्देश भी दिए.

जेल में क्षमता से चार गुना कैदी होने के चलते बैरकों में कैदियों के लिए करवट बदलने की भी जगह नहीं बची है. बता दें कि शासन स्तर से नए जेल के निर्माण के लिए मंजूरी मिल चुकी है लेकिन अभी तक जिला जेल के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी है.

जिला जेल में कुछ कैदी ऐसे हैं जिनकी सजा पूरी हो चुकी है लेकिन जमानतदार नहीं मिलने के कारण वह अभी भी जेल में बंद है. ऐसी कैदियों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं. उनके जमानतदारों का इंतजाम करके उन्हें रिहा कराया जाएगा. जिससे कि जेल में कुछ कैदियों की कमी आएगी.
-विजय मीणा, आईजी वाराणसी जोन

जौनपुर: जनपद का जिला कारागार सांपों के चलते लगातार सुर्खियों में है. वहीं इस कारागार में कैदियों की संख्या भी तय क्षमता से 4 गुना अधिक पहुंच चुकी है. जिसके कारण बैरकों में बंद कैदियों को अब करवट बदलना भी मुश्किल हो रहा है. जनपद की जिला जेल काफी पुरानी है. इस जिला जेल की क्षमता 320 कैदियों की है जबकि इन दिनों 1,292 कैदी जेल में बंद हैं. वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने मंगलवार को जेल के बैरकों की तलाशी ली. जिसके बाद ओवरलोड हो चुकी जेल को देखकर उन्होंने जेल प्रशासन को खास निर्देश भी दिए.

जिला जेल के हालात बेहद खराब.
बैरकों में नहीं बची है करवट बदलने की जगह
  • जौनपुर की जिला जेल का निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था.
  • तब जिले की जनसंख्या को देखते हुए जिला जेल में 8 बैरक बनाई गई थी.
  • उस समय जेल की क्षमता 320 कैदियों की निर्धारित की गई थी.
  • बढ़ते अपराध के चलते जिला जेल में इन दिनों कैदियों की क्षमता 4 गुने से भी ज्यादा हो चुकी है.
  • वर्तमान में जिला जेल में 1,292 कैदी बंद हैं.
  • वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने जिला जेल का निरीक्षण किया तो उन्होंने कैदियों की भारी भीड़ को देखते हुए कुछ निर्देश भी दिए.

जेल में क्षमता से चार गुना कैदी होने के चलते बैरकों में कैदियों के लिए करवट बदलने की भी जगह नहीं बची है. बता दें कि शासन स्तर से नए जेल के निर्माण के लिए मंजूरी मिल चुकी है लेकिन अभी तक जिला जेल के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी है.

जिला जेल में कुछ कैदी ऐसे हैं जिनकी सजा पूरी हो चुकी है लेकिन जमानतदार नहीं मिलने के कारण वह अभी भी जेल में बंद है. ऐसी कैदियों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं. उनके जमानतदारों का इंतजाम करके उन्हें रिहा कराया जाएगा. जिससे कि जेल में कुछ कैदियों की कमी आएगी.
-विजय मीणा, आईजी वाराणसी जोन

Intro:जौनपुर।। जनपद का जिला कारागार लगातार सांपों के चलते सुर्खियों में है। तो वहीं इस कारागार में कैदियों की क्षमता भी इन दिनों क्षमता से 4 गुनी पहुंच चुकी है जिसके कारण बैंकों में बंद कैदियों को अब करवट बदलना भी मुश्किल हो रहा है । जौनपुर की जिला जेल काफी पुरानी है । वहीं इस जिला जेल की क्षमता 320 कैदियों की है जबकि इन दिनों 1292 कैदी जेल में बंद है। वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने जेल की बैरको की तलाशी ली तो वही ओवरलोड हो चुकी जेल को देखकर उन्होंने जेल प्रशासन को खास निर्देश भी दिए कि जिससे कुछ कैदियों का बोझ कम किया जा सके।


Body:वीओ।। जौनपुर की जिला जेल का निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था तब जिले की जनसंख्या को देखते हुए जिला जेल में 8 बैरक बनाई गई थी। वही जेल की क्षमता 320 कैदियों की निर्धारित की गई लेकिन समय के साथ साथ जनसंख्या बढ़ती गई तो जनपद के हिसाब से जेल का आकार छोटा होता गया। बढ़ते अपराध के चलते जिला जेल में इन दिनों कैदियों की क्षमता 4 गुने से भी ज्यादा हो चुकी है। वर्तमान में जिला जेल में 1292 कैदी है ।क्षमता से चार गुना कैदी की भीड़ के चलते हैं अब जेल की बैरक ओं में कैदियों के लिए करवट बदलने की भी जगह नहीं बची है। वहीं शासन स्तर से नए जेल की मंजूरी मिल चुकी है लेकिन अभी तक जिला जेल के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी है।


Conclusion:वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने जिला जेल का निरीक्षण किया तो उन्होंने कैदियों की भारी भीड़ को देखते हुए कुछ निर्देश भी दिए । उन्होंने बताया की जिला जेल में कुछ कैदी ऐसे हैं जिनकी सजा पूरी हो चुकी है लेकिन जमानतदार नहीं मिलने के कारण वह अभी भी जेल में बंद है। ऐसी कैदियों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं और जिनके जमानतदारो का इंतजाम करके उन्हें रिहा कराया जाएगा। जिससे कि जेल में कुछ कैदियों की कमी आएगी।

बाइट-विजय मीणा- आईजी वाराणसी जोन

पीटीसी


Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.