जौनपुर: जनपद का जिला कारागार सांपों के चलते लगातार सुर्खियों में है. वहीं इस कारागार में कैदियों की संख्या भी तय क्षमता से 4 गुना अधिक पहुंच चुकी है. जिसके कारण बैरकों में बंद कैदियों को अब करवट बदलना भी मुश्किल हो रहा है. जनपद की जिला जेल काफी पुरानी है. इस जिला जेल की क्षमता 320 कैदियों की है जबकि इन दिनों 1,292 कैदी जेल में बंद हैं. वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने मंगलवार को जेल के बैरकों की तलाशी ली. जिसके बाद ओवरलोड हो चुकी जेल को देखकर उन्होंने जेल प्रशासन को खास निर्देश भी दिए.
- जौनपुर की जिला जेल का निर्माण अंग्रेजों के समय हुआ था.
- तब जिले की जनसंख्या को देखते हुए जिला जेल में 8 बैरक बनाई गई थी.
- उस समय जेल की क्षमता 320 कैदियों की निर्धारित की गई थी.
- बढ़ते अपराध के चलते जिला जेल में इन दिनों कैदियों की क्षमता 4 गुने से भी ज्यादा हो चुकी है.
- वर्तमान में जिला जेल में 1,292 कैदी बंद हैं.
- वाराणसी जोन के आईजी विजय मीणा ने जिला जेल का निरीक्षण किया तो उन्होंने कैदियों की भारी भीड़ को देखते हुए कुछ निर्देश भी दिए.
जेल में क्षमता से चार गुना कैदी होने के चलते बैरकों में कैदियों के लिए करवट बदलने की भी जगह नहीं बची है. बता दें कि शासन स्तर से नए जेल के निर्माण के लिए मंजूरी मिल चुकी है लेकिन अभी तक जिला जेल के लिए जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी है.
जिला जेल में कुछ कैदी ऐसे हैं जिनकी सजा पूरी हो चुकी है लेकिन जमानतदार नहीं मिलने के कारण वह अभी भी जेल में बंद है. ऐसी कैदियों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं. उनके जमानतदारों का इंतजाम करके उन्हें रिहा कराया जाएगा. जिससे कि जेल में कुछ कैदियों की कमी आएगी.
-विजय मीणा, आईजी वाराणसी जोन