जौनपुर: जनपद में अस्थायी गोवंश आश्रयस्थल में ठंड से लगातार हो रही गोवंशों की मौत के बाद भी प्रशासन लापरवाह बना हुआ है. बदलापुर स्थित सरोखनपुर गो आश्रय स्थल की देखभाल करने वाले महंंत सर्वेश यादव सहित ग्रामीणों का कहना है कि कोई जिम्मेदार इस आश्रय स्थल के जानवरों के प्रति गम्भीर नहीं है.
गोशालाओं में हो रही गोवशों की मौत
गोशालाओं में पल रहे पशुओं के लिए ठंड अब काल बन चुकी है. गोशालाओं में पशुओं को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम के लिए शासन के निर्देश हैं, उसके बावजूद भी बदलापुर स्थित सरोखनपुर अस्थायी गो आश्रय स्थल में ठंड से लगातार गोवंश मर रहे हैं.
काफी दिनों से पशु डॉक्टरों का पता नहीं है. जानवरों के लिए पर्याप्त चारा भी नहीं मिल रहा है. आश्रय स्थल में सभी जानवरों के लिए छाया भी नहीं है, जिसके कारण प्रति दिन 6 जानवर मर रहे हैं. यहां तक कि लिखित में संख्या 130 दर्ज है, लेकिन गिनती में 200 से अधिक गोवंश हैं. इन पशुओं के मरने के बाद उनके शवों को ले जाया भी नहीं जाता. वहीं ग्रामीण संजय पाल ने बताया कि मरने के पश्चात जानवरों को बगल में ही दफन कर दिया जा रहा है, जिससे गम्भीर बीमारियों की आशंका है.
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यहां पर 200 से ज्यादा पशु हैं, जबकि रजिस्टर में 130 पशु ही दिखाए गए हैं. वहीं लगातार मर रहे पशुओं को यहां से उठाया भी नहीं जाता है.
-सर्वेश यादव, गोशाला संरक्षक