जौनपुर: स्वास्थ्य विभाग कर्मचारियों की मिली भगत से जिला अस्पताल के लिये रेफर डिलवरी निजी अस्पताल संचालक के यहां पहुंच गई. संचालक द्वारा अधिक रुपये की मांग की शिकायत पर पहुंचे उपजिलाधिकारी ने अस्पताल संचालक के फरार होने पर अस्पताल को सील करवा दिया.
अस्पताल सील करता कर्मचारी. जानें पूरा मामलाजनपद जौनपुर के जमुहर गांव निवासी गुलाब की पत्नी पार्वती देवी को सांय प्रसव पीड़ा होने पर एम्बुलेंस की सहायता से सीएचसी लाया गया था, जहां चिकित्सक ने उनकी हालत गंभीर देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया था. एम्बुलेंस से जिला अस्पताल ले जाते समय बीच रास्ते में ही उनके पत्नी की डिलवरी हो गई. प्रसव होने के बाद उन्हें स्वास्थ्य कर्मियों की मिली भगत से मछलीशहर मड़ियाहूं मार्ग में एक निजी अस्पताल संचालक के यहां भर्ती करवा दिया गया. इलाज के नाम पर संचालक ने गुलाब से दस हजार रुपये ऐंठ लिया, जबकि शुक्रवार दोपहर डिस्चार्ज के नाम पर उससे 15 हजार रुपये की और मांग करने लगे, जिसके बाद गुलाब द्वारा मामले की सूचना अधीक्षक आरपी विश्वकर्मा को दी गई. उन्होंने मामले की पूरी जानकारी उपजिलाधिकारी अंजनि कुमार सिंह को दी और पुलिस बल के साथ निजी अस्पताल पर पहुंच गए.
नहीं दिखा पाए कागज
उपजिलाधिकारी के अस्पताल पहुंचने की सूचना पर संचालक अस्पताल छोड़कर फरार हो गया. निजी अस्पताल के कर्मचारी भी अस्पताल का किसी प्रकार का रजिस्ट्रेशन या कागज नहीं दिखा पाए, जिसके बाद पुलिस टीम की मौजूदगी में अस्पताल को सील कर दिया गया है.