जौनपुर: पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने जिले के हर ब्लॉक पर अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कराया है. जिनमें उन छुट्टा, आवारा पशुओं को रखने का प्रवाधान किया गया है, जिनके मालिक गोवंशों द्वारा स्वार्थ पुराना न होने पर छोड़ दिया जाता था. ये छुट्टा पशु अपना भरण-पोषण करने के लिए गांव में किसी के खेत चर जाते थे.
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पशुओं में अधिकतर गोवंश-
- जनपद जौनपुर के चंदवक एरिया के भीखू में 52 पशुओं का भरण पोषण किया जाता है.
- अधिकतर पशुओ से कोई फायदा नहीं होता है.
- भीखू उन लोगों के लिए मिसाल बन सकते हैं जो गोवंश को से स्वार्थ पूरा न करने पर उन्हें छोड़ देने का काम करते हैं.
- भीखू से प्रेरणा ले सकते हैं कि वह बिना स्वार्थ के इन पशुओं का सेवा और भरण पोषण करता है.
- 52 पशु हैं, जिनमें अधिकतर गोवंश हैं हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है.
- इन गोवंश से सिर्फ गोबर का ही फायदा होता है कोई गौवंश थोड़ा दूध भी देता है.
सरकार की मंशा है वह चाहती है कि हमारे गोवंश को ले जाकर भरण-पोषण करने का काम करें जिसे प्रतिदिन 30रुपये प्रति गाय दिया जाएगा, जिसका महीने में 900 रुपये उनके खाते में दे दिया जाएगा, जिससे गोवंशों की स्थिति सुधरेगी, जिससे अच्छे से इंगवर्न शो का भरण पोषण किया जाएगा यह स्कीम जल्दी आने पर लोगों को फायदा होगा.
-गौरव वर्मा ,सीडीओ