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जौनपुर: गौवंश को छोड़ने वालों के लिए मिसाल बनाने भीखू, 52 पशुओं का करते हैं भरण-पोषण - jaunpur news in hindi

उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही आवारा पशुओं की समस्या सामने आने लगी है. इसीलिए अब आवारा पशुओं को रखने का प्रवाधान किया गया है. इन पशुओं में अधिकतर गोवंश हैं. लोग गौवंशों से ज्यादा फायद न होने के चलते इन्हें छोड़ देते हैं.

52 पशुओं का भरण-पोषण करते है भीखू.
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Published : Aug 26, 2019, 12:36 PM IST

जौनपुर: पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने जिले के हर ब्लॉक पर अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कराया है. जिनमें उन छुट्टा, आवारा पशुओं को रखने का प्रवाधान किया गया है, जिनके मालिक गोवंशों द्वारा स्वार्थ पुराना न होने पर छोड़ दिया जाता था. ये छुट्टा पशु अपना भरण-पोषण करने के लिए गांव में किसी के खेत चर जाते थे.

52 पशुओं का भरण-पोषण करते है भीखू.

ये भी पढ़ें-जौनपुर: तहसील परिसर में हल्की बारिश से भी होता है जल-भराव, अधिवक्ताओं में रोष

पशुओं में अधिकतर गोवंश-

  • जनपद जौनपुर के चंदवक एरिया के भीखू में 52 पशुओं का भरण पोषण किया जाता है.
  • अधिकतर पशुओ से कोई फायदा नहीं होता है.
  • भीखू उन लोगों के लिए मिसाल बन सकते हैं जो गोवंश को से स्वार्थ पूरा न करने पर उन्हें छोड़ देने का काम करते हैं.
  • भीखू से प्रेरणा ले सकते हैं कि वह बिना स्वार्थ के इन पशुओं का सेवा और भरण पोषण करता है.
  • 52 पशु हैं, जिनमें अधिकतर गोवंश हैं हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है.
  • इन गोवंश से सिर्फ गोबर का ही फायदा होता है कोई गौवंश थोड़ा दूध भी देता है.

सरकार की मंशा है वह चाहती है कि हमारे गोवंश को ले जाकर भरण-पोषण करने का काम करें जिसे प्रतिदिन 30रुपये प्रति गाय दिया जाएगा, जिसका महीने में 900 रुपये उनके खाते में दे दिया जाएगा, जिससे गोवंशों की स्थिति सुधरेगी, जिससे अच्छे से इंगवर्न शो का भरण पोषण किया जाएगा यह स्कीम जल्दी आने पर लोगों को फायदा होगा.
-गौरव वर्मा ,सीडीओ

जौनपुर: पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए सरकार ने जिले के हर ब्लॉक पर अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कराया है. जिनमें उन छुट्टा, आवारा पशुओं को रखने का प्रवाधान किया गया है, जिनके मालिक गोवंशों द्वारा स्वार्थ पुराना न होने पर छोड़ दिया जाता था. ये छुट्टा पशु अपना भरण-पोषण करने के लिए गांव में किसी के खेत चर जाते थे.

52 पशुओं का भरण-पोषण करते है भीखू.

ये भी पढ़ें-जौनपुर: तहसील परिसर में हल्की बारिश से भी होता है जल-भराव, अधिवक्ताओं में रोष

पशुओं में अधिकतर गोवंश-

  • जनपद जौनपुर के चंदवक एरिया के भीखू में 52 पशुओं का भरण पोषण किया जाता है.
  • अधिकतर पशुओ से कोई फायदा नहीं होता है.
  • भीखू उन लोगों के लिए मिसाल बन सकते हैं जो गोवंश को से स्वार्थ पूरा न करने पर उन्हें छोड़ देने का काम करते हैं.
  • भीखू से प्रेरणा ले सकते हैं कि वह बिना स्वार्थ के इन पशुओं का सेवा और भरण पोषण करता है.
  • 52 पशु हैं, जिनमें अधिकतर गोवंश हैं हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है.
  • इन गोवंश से सिर्फ गोबर का ही फायदा होता है कोई गौवंश थोड़ा दूध भी देता है.

सरकार की मंशा है वह चाहती है कि हमारे गोवंश को ले जाकर भरण-पोषण करने का काम करें जिसे प्रतिदिन 30रुपये प्रति गाय दिया जाएगा, जिसका महीने में 900 रुपये उनके खाते में दे दिया जाएगा, जिससे गोवंशों की स्थिति सुधरेगी, जिससे अच्छे से इंगवर्न शो का भरण पोषण किया जाएगा यह स्कीम जल्दी आने पर लोगों को फायदा होगा.
-गौरव वर्मा ,सीडीओ

Intro:जौनपुर | उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनते ही आवारा पशुओं की समस्या सामने आने लगी जिसको निजात दिलाने के लिए सरकार ने जिले के हर ब्लॉक पर अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कराया. जिनमें उन छुट्टा, आवारा पशुओं को रखने का प्रवाधान किया गया की जिनके मालिक गोवंशों द्वारा स्वार्थ पुराना न होने पर छोड़ दिया जाता था. ये छुट्टा पशु अपना भरण-पोषण करने के लिए गांव में किसी के खेत चर जाते थे जिससे किसान चिंतित और दुखी हो जाते थे. जनपद जौनपुर में एक ऐसा व्यक्ति है जो 52 पशु को भरण-पोषण करने का काम करता है इन पशुओं में अधिकतर गोवंश है. गौवंशों से ज्यादा फायदा ना होने के कारण भी इसका भरण पोषण उन्हीं पशुओं की तरह किया जाता है जिस तरह सबका.

Body:वीओ - जनपद जौनपुर के चंदवक एरिया के भीखू द्वारा 52 पशुओं का भरण पोषण किया जाता है. जिसमें से अधिकतर पशुओ से कोई फायदा नहीं होता है. भीखू उन लोगों के लिए मिसाल बन सकते हैं जो गोवंश को द्वारा स्वार्थ पूरा न करने पर उन्हें छोड़ देने का काम करते हैं. वो भीखू से प्रेरणा ले सकते हैं कि वह बिना स्वार्थ के इन पशुओं का सेवा एवं भरण पोषण करता है. भीखू का कहना है कि हमारे पास 52 पशु हैं. जिनमें अधिकतर गोवंश हैं हमें सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है और इन गोवंश से सिर्फ गोबर का ही फायदा होता है. कोई गौवंश थोड़ा मोड़ा दूध भी देता है.


Conclusion:मुख्य विकास अधिकारी गौरव वर्मा ने बताया कि सरकार की मंशा है वह चाहती है कि हमारे गोवंश को खोलो ले जाकर भरण-पोषण करने का काम करें जिसे प्रतिदिन ₹30 प्रति गाय दिया जाएगा जिसका महीने में ₹900 उनके खाते में दे दिया जाएगा जिससे गोवंश ओं की स्थिति सुधरेगी जिससे अच्छे से इंगवर्न शो का भरण पोषण किया जाएगा यह स्कीम जल्दी आने पर लोगों को फायदा होगा.

बाईट - गौरव वर्मा - सीडीओ , जौनपुर
बाईट - भीखू ( गौवंश मालिक )

Notes - पीटीसी

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Surendra kumar Gupta
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