जालौन: जिला कारागार में बंद कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए शासन के निर्देश पर जिला कारागार उरई में बंद 300 से अधिक कैदियों को पैरोल पर छोड़ा गया था. इसके बाद भी अभी तक जिला कारागार में बंद 105 कैदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में सभी कैदियों में संक्रमण न फैले इसके लिए जेल प्रशासन की ओर से अस्थाई जेल का निर्माण किया गया है, जहां पर आने वाले नए कैदियों को 14 दिनों तक रखा जाएगा. जिला प्रशासन ने इसकी सहमति दे दी है.
उरई जिला कारागार में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जेल प्रशासन ने नए कैदियों के लिए डीएम और एसपी की सहमति से अस्थाई जेल बनाया है. वर्षो से बंद पड़े कारागार भवन में बुनियादी सुविधाओं का इंतजाम कर अस्थाई जेल बनाया गया है. जेल प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि अस्थाई जेल में आने वाले नए कैदियों को 14 दिन तक रखा जाएगा और इसके बाद कैदियों की मेडिकल जांच भी की जाएगी.
जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि संक्रमण को देखते हुए कैदी मरीजों को रखने के लिए दो बैरक अलग से आरक्षित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि रेंडम जांच में 29 कैदियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई और अब यह संख्या बढ़कर 100 के पार हो गई है. जेल अधीक्षक ने बताया कि अभी 200 कैदियों की जांच रिपोर्ट नहीं आयी है.
नए कैदियों के लिए शनिवार से अस्थाई जेल को शुरू कर दिया गया है. वहां रखे जाने वाले नए कैदियों की कोरोना जांच और मेडिकल जांच की जाएगी और 14 दिनों के बाद ही उन्हें जिला कारागार में भेजा जाएगा.