जालौन: जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में छूटे लाभार्थियों के परिवारों को गोल्डन कार्ड का लाभ देने के लिए 15 दिसंबर से विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसमें चिकित्सा अधीक्षक अपने नेतृत्व में एएनएम और आंगनबाड़ी कर्मचारियों के जरिए घर-घर जाकर लाभार्थियों की सूची मिलान कर गोल्डन कार्ड बनाने का काम करेंगे. इसमें लाभार्थियों को 30 रुपये शुल्क के रूप में देना होगा.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने चिकित्सा अधिकारियों को शासनादेश निर्देशित किया है कि 15 दिसंबर से जिले के सभी आशा संगिनी, एएनएम और आंगनबाड़ी महिलाएं अपने क्षेत्रों में जाकर आयुष्मान योजना के लाभार्थी परिवारों के किसी एक सदस्य का गोल्डन कार्ड नजदीक के जन सुविधा केंद्र और लोकवाणी केंद्र में जाकर बनाएंगे. इसके लिए लाभार्थी को 30 रुपये शुल्क के रूप में देना होगा.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने दी जानकारी
बीसीपीएम अपने-अपने ब्लॉक में बनाए जा रहे गोल्डन कार्ड की प्रतिदिन सूचना जिला स्तरीय अधिकारियों को भेजेंगे, जिससे रोजाना डाटा शासन को भेजा जाएगा. इस योजना में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही टीम के निरीक्षण के लिए एक सदस्य पैनल चयनित किया गया है. जो क्षेत्र में जाकर कार्य कर रहे कर्मचारियों पर निगाह रखेगा.
चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि 45 हजार लाभार्थी परिवार के गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है. ये जिले के 9 ब्लॉकों में अलग-अलग संख्या में मौजूद हैं. अभियान में कार्य करने वाली आशा बहुएं और आंगनबाड़ी महिला कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि भी भेंट की जाएगी.