जालौनः पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले चार शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. चारों अभियुक्त बेरोजगार युवक-युवतियों का डाटा इकट्ठा करके कॉल सेंटर के माध्यम से नौकरी का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार करते थे. जालौन पुलिस ने अभियुक्त के पास से 7 लैपटॉप, 9 डेक्सटॉप, 20 मोबाइल और 70 हजार रुपया बरामद किया है. पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया है.
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने उरई कोतवाली में खुलासा करते हुए बताया पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप सर्विलांस और उरई कोतवाली टीम ने मिलकर फर्जी कॉल सेंटर बनाकर नौकरी के नाम पर झांसा देने वाले 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. चारों अभियुक्त अनिल कुशवाहा, शिवम, रामकिशोर जालौन जनपद के रहने वाले हैं और मोनू कुमार बागपत का निवासी है.
यह चारों लोग एक वेबसाइट के माध्यम से बेरोजगार युवक-युवतियों का डाटा एकत्रित कर लेते थे और कॉल सेंटर बनाकर दिल्ली के जरिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के नाम से दो हजार रुपये से लेकर 5 हजार रुपये तक बांड भरवाने के नाम से पैसा ट्रांसफर करवाते थे. जब उन लोगों से पैसा आ जाता था तो उस नंबर की सिम तोड़ कर फेंक देते थे. अभी तक 500 से अधिक लोगों को नौकरी का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी का शिकार कर चुके हैं.
पुलिस अधीक्षक ने बताया चारों अभियुक्तों से पूछताछ में और भी लोग जो इस तरह का ठगी का काम करते हैं. उनको गिरफ्तार कर जल्द ही खुलासा किया जाएगा. पुलिस ने चारों अभियुक्तों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेज दिया है.