जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन के सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा ने सामाजिक संगठन के साथ मिलकर पितृपक्ष में सराहनीय पहल की है. विधायक ने यहां बरसों से अपने मोक्ष की प्रतीक्षा में मोक्ष धाम में रखीं 167 लावारिस लोगों की अस्थियों को पूरे रीति रिवाज और विधि विधान से यमुना नदी में विसर्जित किया, जिससे उन पुण्य आत्माओं को मोक्ष मिल सके.
भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा समाजसेवियों के साथ मिलकर एक नई पहल की. जिसकी चारों ओर सराहना की जा रही है. विधायक ने जनपद के समाजसेवियों के साथ मिलकर अपने उरई कार्यालय में रविवार को पितृपक्ष को ध्यान में रखते हुए एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में कई सालो से मोक्ष को तरस रही अस्थियों के बारे में चर्चा की. इसके बाद समाजसेवियों के साथ मिलकर 167 लावारिस अस्थियों को विधि विधान के साथ उनकी कलश यात्रा शहर भर में निकाली. यह यात्रा सभी नागरिक की सहभागिता से मोक्ष धाम से शुरू होकर घंटाघर होते हुए शहर के सभी मुख्य मार्गों से होते हुए शंकरपुर यमुना नदी के पुल तक गई. इस दौरान सभी लोगों ने फूल चढ़ाकर अस्थि कलश यात्रा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इसके बाद अस्थि कलश को यमुना नदी में प्रवाहित कर दिया गया.
विधायक गौरी शंकर वर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि कोविड काल के पहले से ही उरई के स्वर्ग धाम में 167 अज्ञात, निराश्रित, बेसहारा और लावारिस लोगों की अस्थियां रखी हुई थी. जिनका अंतिम संस्कार तो कर दिया गया था. लेकिन उन्हें मोक्ष नहीं मिल पा रहा था. जिसके बाद शहर के समाजसेवियों ने उनका साथ दिया. जिसमें हिंदू, मुस्लिम सभी धर्मों के लोगों ने मिलजुल कर इन सभी अस्थियों को मोक्ष दिलाने की पहल की. इस दौरान पितृपक्ष भी चल रहा है. जिसमें सभी लोग अपने-अपने पूर्वजों का तर्पण करते हैं. इसीलिए पितृपक्ष में इन सभी अस्थियों को मोक्ष दिलाने के लिए तर्पण कर दिया गया है.
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