जालौनः जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर ने एक दर्जन से अधिक गांवों में कराए गए विकास कार्यों में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत को लेकर जांच कमेटी गठित कर दी है. 15 दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करने को कहा है. डीपीआरओ ने बताया ग्रामीणों ने एफिडेविट लगाकर विकास कार्यों में हुए भ्रष्टाचार की डीएम से शिकायत की थी, जिस पर डीएम ने संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी गठित कर रिपोर्ट तलब करने को कहा है.
डीपीआरओ ने बताया कि जनपद के 575 ग्राम सभाओं में विकास कार्य ग्राम निधि के जरिए कराया जाता है. राज्य सरकार के द्वारा दिए गए फंड से मनरेगा, गांव में नाली निर्माण, ग्रामीण गलियों का इंटरलॉकिंग किया जाना, पौधरोपण, रिबोर, शौचालय जैसे अन्य विकास के कार्य कराए जाते हैं, लेकिन प्रधान इन निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को कम कर भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं, जिसकी शिकायत ग्रामीण उच्च अधिकारियों से करते हैं.
ऐसे ही जिले के 2 ब्लॉक रामपुरा और नदी गांव के टीहर, राजीवपुरा जबराजपुरा, गनतरा, तितरा सलेमपुर जैसे एक दर्जन से अधिक गांव में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत जिलाधिकारी को दी है. जिस पर जिलाधिकारी ने मामले को तत्परता से लेते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी अभय कुमार यादव के निर्देशन में जांच टीमों को गठित कर गांव में हुए विकास कार्यों की रिपोर्ट तैयार करने को कहा है.
जिला पंचायत राज अधिकारी अभय कुमार यादव ने बताया कि 1 दर्जन से अधिक गांव की शिकायत को लेकर जांच कमेटी गठित की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द जिलाधिकारी को सौंप दी जाएगी. इन ग्रामों में हुए विकास कार्यों में अगर भ्रष्टाचार पाया जाता है तो प्रधान के साथ-साथ पंचायत सचिव के अलावा जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.