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जालौन : मुआवजे के चक्कर में फसलों में न लगाएं आग, नहीं तो होगी कार्रवाई

उत्तर भारत समेत बुंदेलखंड में गर्मी का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे आग लगने की संभावना बढ़ गई हैं. आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए फायर विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं.

जालौन मे फायर विभाग ने जारी किया निर्देश
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Published : Apr 12, 2019, 1:22 PM IST

Updated : Apr 12, 2019, 1:47 PM IST

जालौन : गर्मी शुरू होते ही आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिसको लेकर फायर विभाग ने सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर हर खतरे से निपटने के लिए तैयार कर दिया है. साथ ही सभी सेंटरों पर मौजूद आग बुझाने के उपकरणों को जांच कर दुरुस्त कर रखा जा रहा है. अप्रैल में फसलों की कटाई शुरू हो जाती है और किसी न किसी कारणवश फसलों में आग लगने की घटनाएं अधिकतर बढ़ जाती हैं. इसको देखते हुए फायर विभाग ने अलग से कंट्रोल रूम बनाकर आगजनी की घटनाओं पर तुरंत काबू पाने की तैयारी कर ली है.

जालौन में फायर विभाग ने जारी किया निर्देश.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी राम राजा यादव ने बताया कि अप्रैल में आगजनी की घटनाएं शुरू हो जाती हैं. इसको लेकर फायर विभाग पूरी तरह से सतर्क है. जालौन जिले में फसलों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, क्योंकि यहां किसान मुआवजे के चक्कर में आग लगा देते हैं, जिस वजह से बड़ी जनहानि की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त हिदायत दी है कि अगर इस तरह की शिकायत मिलती है तो किसान के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि फायर विभाग को रोजाना 10 से 12 कॉल आ रही हैं, जिसको लेकर फायर विभाग ने अपनी तैयारी कर ली है. पिछले वित्त वर्ष जिले में 672 अग्निकांड हुए, जिसमें अनुमानित जोखिम संपत्ति 12 करोड़ 57 लाख 14 हजार 500 थी. वहीं फायर विभाग ने अपनी मुस्तैदी के चलते जोखिम संपत्ति की अनुमानित बचत 10 करोड़ 11 लाख 92 हजार की है. साथ ही फायर विभाग ने निर्देश जारी किया है कि कोई भी खेत में पुवाल न जलाएं नहीं तो आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. अगर किसी कारणवश आग लग जाती है तो फायर विभाग के कंट्रोल नंबर पर फोन कर तुरंत सूचित करें.

जालौन : गर्मी शुरू होते ही आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिसको लेकर फायर विभाग ने सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर हर खतरे से निपटने के लिए तैयार कर दिया है. साथ ही सभी सेंटरों पर मौजूद आग बुझाने के उपकरणों को जांच कर दुरुस्त कर रखा जा रहा है. अप्रैल में फसलों की कटाई शुरू हो जाती है और किसी न किसी कारणवश फसलों में आग लगने की घटनाएं अधिकतर बढ़ जाती हैं. इसको देखते हुए फायर विभाग ने अलग से कंट्रोल रूम बनाकर आगजनी की घटनाओं पर तुरंत काबू पाने की तैयारी कर ली है.

जालौन में फायर विभाग ने जारी किया निर्देश.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी राम राजा यादव ने बताया कि अप्रैल में आगजनी की घटनाएं शुरू हो जाती हैं. इसको लेकर फायर विभाग पूरी तरह से सतर्क है. जालौन जिले में फसलों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं, क्योंकि यहां किसान मुआवजे के चक्कर में आग लगा देते हैं, जिस वजह से बड़ी जनहानि की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त हिदायत दी है कि अगर इस तरह की शिकायत मिलती है तो किसान के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि फायर विभाग को रोजाना 10 से 12 कॉल आ रही हैं, जिसको लेकर फायर विभाग ने अपनी तैयारी कर ली है. पिछले वित्त वर्ष जिले में 672 अग्निकांड हुए, जिसमें अनुमानित जोखिम संपत्ति 12 करोड़ 57 लाख 14 हजार 500 थी. वहीं फायर विभाग ने अपनी मुस्तैदी के चलते जोखिम संपत्ति की अनुमानित बचत 10 करोड़ 11 लाख 92 हजार की है. साथ ही फायर विभाग ने निर्देश जारी किया है कि कोई भी खेत में पुवाल न जलाएं नहीं तो आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. अगर किसी कारणवश आग लग जाती है तो फायर विभाग के कंट्रोल नंबर पर फोन कर तुरंत सूचित करें.

Intro:गर्मी शुरू होते ही जिले में आगजनी की घटनाएं बढ़ जाती हैं जिसको लेकर फायर विभाग ने सभी कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर हर खतरे से निपटने के लिए तैयार कर दिया है साथ ही जिले में बनाए गए सभी सैंटरो पर मौजूद आग बुझाने के उपकरणों को जांच कर दुरुस्त कर रखा है अप्रैल माह में फसलों की कटाई शुरू हो जाती है और किसी न किसी कारणवश फसलों में आग लगने की घटनाएं अधिकतर बढ़ जाती हैं जिसको देखते हुए फायर विभाग ने अलग से कंट्रोल रूम स्थापित कर आगजनी की घटनाओं पर तुरंत काबू पाया जा सके


Body:जिले में गर्मी का प्रकोप शुरू हो गया है जिस कारण अचानक आंधी और तेज हवा चलने की संभावना बढ़ गई है इस कारण आगजनी की घटनाओं को और बल मिल जाता है इसको देखते हुए फायर विभाग जालौन ने अपनी कमर कस ली है जिले में फायर विभाग के चार सेंटर बनाए हुए हैं उरई जालौन कोच कालपी इन सभी सेंटर में कुल मिलाकर 80 कर्मचारी फायर सर्विस कर्मचारी तैनात हैं मुख्य अग्निशमन अधिकारी राम राजा यादव ने बताया अप्रैल माह में आगजनी की घटनाएं शुरू हो जाती हैं जिसको लेकर फायर विभाग पूरी तरह से सतर्क है जालौन जिले में फसलों में आग लगने की घटनाएं ज्यादा होती हैं क्योंकि यहां किसान मुआवजे के चक्कर में आग लगा देता है जिस वजह से बड़ी जनहानि की संभावनाएं बढ़ जाती हैं इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त हिदायत दी है कि अगर इस तरह की शिकायत मिलती है तो किसान के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी फायर विभाग को रोजाना 10 से 12 कॉल आ रही है जिसको लेकर फायर विभाग अपनी तैयारी करके रखा हुआ है पिछले वित्त वर्ष जिले में 672 अग्निकांड हुए जिस में अनुमानित जोखम संपत्ति 12 करोड़ 57 लाख 14 हजार 500 है तो वहीं फायर विभाग ने अपनी मुस्तैदी के चलते जोखिम संपत्ति की अनुमानित बचत 10 करोड़ 11 लाख 92 हजार की है साथ ही फायर विभाग ने निर्देश जारी किया है कि कोई भी खेत में पाल को ना जलाएं नहीं तो आग लगने की संभावना है ज्यादा बढ़ जाती है और अगर किसी कारणवश आग लग जाती है तो फायर विभाग के कंट्रोल नंबर पर फोन कर सूचित किया जाए

बाइट रामराजा यादव मुख्य अग्निशमन अधिकारी


Conclusion:
Last Updated : Apr 12, 2019, 1:47 PM IST
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