जालौन: जिले में संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर और फार्मास्यूटिकल स्टॉक डीलरों पर जिला औषधि निरीक्षक ने सघन चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान मेडिकल स्टोर में अवैध दवाइयों का स्टॉक मिलने पर उन्हें सीज किया गया. साथ ही एक दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर में मौजूद दवाइयों के सैंपल कलेक्ट करते हुए नोटिस दिया गया. ड्रग इंस्पेक्टर की इस कड़ी कार्रवाई के बाद से मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया. आनन फानन में बाकी लोग अपना मेडिकल स्टोर बंद करके भाग गए.
कोराना काल में मेडिकल स्टोर और फार्मास्यूटिकल डीलर के यहां से सही रेट और उचित मात्रा में दवाइयां लोगों को उपलब्ध हो सकें इसकी हकीकत जानने के लिए ड्रग इंस्पेक्टर रेखा सचान लगातार जिले में औचक निरीक्षण करती रहती हैं. इसी क्रम में आज उरई के राठ रोड पर संचालित हो रहे मेडिकल स्टोर पर टीम के साथ छापा मारा गया. जिसमें एंटी टॉक्सिन नाम का ड्रग स्वैच्छिक मेडिकल स्टोर में उपलब्ध मिला. जिस कारण ड्रग इंस्पेक्टर ने ड्रग का सैंपल लेते हुए सीज की कार्रवाई शुरू कर दी.
ड्रग इंस्पेक्टर रेखा सचान ने बताया कोरोना के समय से ही लगातार मेडिकल स्टोर और फार्मास्यूटिकल स्टॉक डीलरों पर निरीक्षण किए जा रहे हैं. जिले में लोगों को दवाइयां गुणवत्ता के साथ उचित दर पर मिलें इसके लिए सभी मेडिकल संचालक को निर्देशित किया गया है. लेकिन इसके बावजूद भी सूचना मिलती है कि कुछ दवाइयां जो भारत सरकार ने प्रतिबंधित कर रखी हैं, उनको मेडिकल स्टोर संचालक चोरी छुपे बेच रहे हैं. जिस पर छापेमारी करते हुए मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित दवाई मिलीं. जिसके बाद कार्रवाई की गई है. इसके अलावा एक दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर और फार्मास्यूटिकल कंपनियों के स्टॉक डीलरों का दवाइयों से सही मिलान न मिलने पर नोटिस थमाया गया है. उन्होंने कहा कि अगर गड़बड़ी पाई जाती है तो उनके खिलाफ लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी.