जालौन: जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में उरई विकास प्राधिकरण की बैठक संपन्न हुई. इस बैठक में उरई नगर को 2031 तक महायोजना के अंतर्गत विकसित करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति बनाई गई. साथ ही उरई विकास प्राधिकरण का 2019-20 का बजट रखा गया, जिसमें आय के स्रोतों को बढ़ाने के साथ-साथ उरई में विकास के कार्यो की प्रगति में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए.
उरई के विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी डॉ. मन्नान अख्तर ने उरई विकास प्राधिकरण की बैठक की. इस बैठक में संबंधित अधिकारी मौजूद रहे. जिलाधिकारी डॉ. मन्नान ने बताया कि उरई को विकसित करने के उद्देश्य से 2031 तक महायोजना बनाई गई है, जिसकी आज बैठक में सैद्धांतिक सहमति बन गई है. इसमें कुछ चीजों को संशोधित कर सरकार के पास भेजा जाएगा. बैठक में उरई विकास प्राधिकरण के संबंधित अधिकारियों के साथ 2019-20 का बजट रखा गया, जिसमें प्राधिकरण के आय के स्रोतों को बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई.
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इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बैठक में शहर के प्रमुख चौराहों की सूची बनाकर उसका सर्वे कराकर 10 दिन के अंदर चौड़ीकरण कराए जाने के सख्त निर्देश दिए गए. बैठक में चौराहों के सौंदर्यीकरण किए जाने पर विचार विमर्श भी किया गया. डीएम ने शहर की नालियां टूटी पाए जाने पर कड़ी आपत्ति जाहिर करते हुए अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद उरई को निर्देशित किया गया है कि सभी नालियों का सर्वे कराकर उन्हें शीघ्र ठीक कराया जाए. उन्होंने जो भी कार्य पूर्ण नहीं हुए हैं, उन्हें पूर्ण किए जाने में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.