जालौन: वैश्विक महामारी कोरोना ने देश के लाखों मजदूरों और कामगारों का रोजगार छीन लिया है, जिससे लोग परेशान हैं. लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. ऐसे में जालौन के उरई की रहने वाली शिक्षिका ने एक वेब पोर्टल राहत सेतु पोर्टल लॉन्च किया है. इस पोर्टल के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद की जा सकेगी.
उरई मुख्यालय के कोच रोड के पास रहने वाली शिक्षिका स्वयं प्रभा दुबे ने राहत सेतु के नाम से एक पोर्टल लॉन्च किया है. इस वेबसाइट का मुख्य उद्देश्य उन लोगों की मदद करना है जो कोरोना काल के संकट में अपना रोजगार गंवा चुके हैं. पोर्टल को लॉन्च करने वाली शिक्षिका स्वयंप्रभा ने बताया कि कोरोना काल में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं. वह स्थिति को देखते हुए कई दिनों से लोगों की मदद के लिए भोजन पानी की व्यवस्था कर रही है. इसके बाद भी यह मदद ज्यादा लोगों तक नहीं पहुंच पा रही थी. इसीलिए उन्होंने राहत सेतु पोर्टल लॉन्च किया है. इस पोर्टल से कोई भी व्यक्ति विश्व के किसी भी कोने से जुड़ सकता है. किसी भी समस्या से जूझ रहे व्यक्ति की इस पोर्टल के माध्यम से मदद की जा सकती है.
इस वेबसाइट के जरिए दो तरह के लोग जुड़ सकते हैं. एक वह जो परेशान है. दूसरा वह व्यक्ति जो मदद कर सकता है. इन दोनों के बीच यह माध्यम एक राहत सेतु की तरह काम करेगा, जो दोनों की कड़ी को जोड़ेगा. विश्व स्तर पर इस पोर्टल के माध्यम से कोई भी डोनेट कर सकता है. उसका सीधा लाभ बेनिफिशियल को होगा. उन्होंने बताया कि राहत सेतु डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत है, जिसमें एक भी पैसे का हेर-फेर नहीं हो सकता है. यह विश्व का नॉनप्रॉफिट पोस्टल माध्यम है. इस पोर्टल की शुरूआत में 50 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं. उनको लाभ भी मिल चुका है. इसके अलावा जो भी पोर्टल से जुड़ रहा है, उसकी जांच के बाद अकाउंट वेरिफाई किया जाता है. पोर्टल को लॉन्च करने वाली शिक्षिका का उद्देश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मदद पहुंच सके.