जालौन: जनपद जालौन स्थित जिला कारागार उरई में बुधवार को 36 कैदी कोरोना पॉजिटिव मिले. डीएम डॉ. मन्नान अख्तर और एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने उरई कारागार का निरीक्षण किया. डीएम ने जेल के अंदर कोविड-19 को लेकर समीक्षा बैठक की. जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित बंदियों के कांटेक्ट में आए कर्मचारियों और बंदियों को क्वारंटाइन किया गया है. जिला जेल में पिछले 3 दिन से सैनिटाइजिंग का कार्य चल रहा है.
उरई जिला कारागार में निरीक्षण करने पहुंचे डीएम-एसपी ने सबसे पहले कारागार के गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था को देखा. इसके बाद अधिकारियों ने कोविड-19 क्वारंटाइन वार्ड सेंटर का भी निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान डीएम डॉ. मन्नान अख्तर ने बताया कि जेल के 36 कैदियों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. हालांकि जेल में कोरोना का संक्रमण कैसे फैला इसके बारे में कारण सामने नहीं आ पा रहे हैं.
संक्रमण से और कैदी प्रभावित न हों इसके लिए जेल अधीक्षक द्वारा सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं. डीएम ने बताया कि जेल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जेल में आने वाले सामान को सही तरीके से सैनिटाइज किया जाए. साथ ही जो भी नए कैदी आ रहे हैं, उनको 14 दिन तक क्वारंटाइन में रखा जाए. जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कोरोना वायरस के दौर में करंट टाइम का मतलब सभी लोग समझ गए हैं. जेल मैनुअल में यह अंग्रेजों के जमाने से शामिल है.
नए बंदी को हमेशा ही अलग बैरक में रखने का प्रावधान है. ऐसा इसलिए किया जाता है कि उसे कोई बीमारी है तो कोई बंदी उस से संक्रमित न हों. हालांकि कई बार इसका पालन नहीं किया जाता था, लेकिन कोरोना वायरस के दौर में अब जेल में यह व्यवस्था अनिवार्य रूप से लागू कर दी गई है. जेल में आने वाले नए बंदी को थर्मल जांच के बाद उन्हें 14 दिन तक अलग बैरक में रखा जा रहा है.