हाथरस: कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तमाम स्वास्थ्य सेवाओं को कुछ वक्त के लिए रोक दिया गया था, मगर अब कोरोना के खिलाफ जंग के साथ जरूरी सेवाओं को एक बार फिर से शुरू किया जा रहा है. इसी के तहत परिवार नियोजन की सेवाओं को भी शुरू करने की हरी झंडी शासन से मिल चुकी है. यूपी के हाथरस जिले के सीएमओ डॉ. बृजेश राठौर ने बताया कि पत्र प्राप्त हुआ था. दिशा-निर्देशों के अनुसार सेवाएं प्रारम्भ की गई हैं.
इस संबंध में प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि फिक्स डे आउट रीच सर्विस (एफडीओएस) के माध्यम से परिवार नियोजन की सेवाओं में महिला व पुरुष नसबंदी को छोड़कर अन्य समस्त विधियां सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करते की जाएं. आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 की ड्यूटी में लगीं आशा बहुएं और एएनएम कर्मी क्षेत्र में भ्रमण के दौरान कंडोम और गर्भ निरोधक गोलियों का भी वितरण करें. इसके अलावा जिन क्षेत्रों में कोविड-19 का प्रभाव नहीं है, उन क्षेत्रों में दो बच्चों के बीच अंतराल विधियों के बारे में प्रचार प्रसार किया जाए.
परिवार नियोजन के साधन कराए जाएंगे उपलब्ध
पत्र में कहा गया है कि कंटेनमेंट एरिया में रहने वाले, डयूटी करने वाले या फिर संक्रमण के लक्षण वाले एएनएम कर्मी, आशा बहुएं और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी परिवार नियोजन कार्यक्रम में न लगाई जाए. आशा बहुएं और एएनएम कर्मी इलाकों में भ्रमण के वक्त कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां वितरित करेंगे. इसका मुख्य उद्देश्य सुदूर इलाकों में रहने वाले लोगों को जरूरत के अनुसार परिवार नियोजन के साधन उपलब्ध कराना हैं.
नॉन कोविड इकाइयों पर शुरू होंगी सेवाएं
प्रमुख सचिव का आदेश मिलने के बाद विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी नॉन कोविड इकाइयों पर परिवार नियोजन सेवाएं संचालित की जाएं. इस बीच नॉन कोविड प्रसव इकाईयों पर सभी प्राकर के साधन मौजूद रहेंगे. अस्थायी विधियां, पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी, अंतरा, छाया, कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां मिल सकेंगी. ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस पर भी परिवार नियोजन संबंधित अस्थायी सेवाएं उपलब्ध करना अनिवार्य रहेगा. सभी केन्द्रों पर अंतरा की सुविधा फोन कॉल के माध्यम से शुरू कर दी गई है.