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राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष के बोल: ठाकुरन की शान हूं, सबको फाड़ के रख दूंगा

भीम आर्मी (bhim army) के कार्यकर्ता की ओर से कथित मारपीट मामले में राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज धवरैया (national savarna parishad president pankaj dhavaraya) पर मुकदमा दर्ज कराए जाने के बाद से सवर्ण समाज में आक्रोश है. सोमवार को गांव बघना में पंचायत कर पंकज धवरैया ने आरपार की लड़ाई का एलान किया. उन्होंने कहा यदि कोई उनके समाज की ओर आंख उठाकर देखेगा तो उसको फाड़ के रख दूंगा.

राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष का विवादित बयान
राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष का विवादित बयान
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Published : Sep 27, 2021, 9:31 PM IST

हाथरस: भीम आर्मी (bhim army) कार्यकर्ता के कथित मारपीट और फिर मुकदमा दर्ज कराए जाने से सवर्ण समाज में रोष है. इसी संबंध में सोमवार गांव बघना स्थित महाराणा प्रताप पार्क में आयोजित एक बैठक में राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज धवरैया (national savarna parishad president pankaj dhavaraya) ने कहा है कि उनके खिलाफ चंदपा कोतवाली में दर्ज मुकदमा झूठा है. पंकज ने सफाई दी कि उन्होंने भीम आर्मी के किसी कार्यकर्ता के साथ मारपीट नहीं की. उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी सुनवाई नहीं होती है तो उनके पास और भी तरीके हैं. इस दौरान बैठक में कई बार पंकज धवरेय्या उत्तेजित दिखे. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मैं ठाकुरों की शान हूं जो हमारे समाज की तरफ नजर उठाकर देखेगा उसको फाड़ के रख दूंगा.


राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज धवरैया और 60 कार्यकर्ताओं पर मुकदमे के विरोध में पंकज के नेतृत्व में गांव बघना स्थित महाराणा प्रताप मूर्ति पर पंचायत हुई. बाद में कार्यकर्ताओं और सहयोगियों सहित पंकज धवरैय्या चंदपा थाने गिरफ्तारी देने पहुंचे, जहां सभी ने मुकदमा फर्जी बताते हुए समाप्त करने की मांग रखी. उन्होंने अवगत कराया कि उक्त समय कोतवाल के साथ था. ये घटना आपसी विवाद है. भीम आर्मी पर मुकदमे कि मांग कि कहा कि एक वर्ष से शांत माहौल था. भीम आर्मी ने अपनी पब्लिसिटी के चक्कर में दंगा कराने की साजिश की थी. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन सही कार्रवाई नहीं करेगा तो सवर्ण समाज भी अब चुप बैठने वाला नहीं है.

राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष का विवादित बयान
पंकज ने कहा कि एक साल पहले हमारे चार निर्दोष बच्चों को फंसाया गया था. दोबारा वही गलती दोहराई गई है. यहां पर चंद्रशेखर रावण आए थे, जिनके कार्यकर्ताओं के साथ स्वयं पुलिस ने मारपीट की थी. उन्होंने कहा कि वैसे उसके यहां आने का मतलब क्या था? भीम आर्मी के कार्यकर्ता को पीटने की बात गलत है. यह फर्जी मुकदमा वापस नहीं हुआ तो हम और बड़ा प्रदर्शन करेंगे. अभी हम कोतवाली गिरफ्तारी देने जा रहे हैं. कोतवाली पहुंचकर उन्होंने कहा कि मैंने बोल दिया है पूरे प्रकरण की जांच करा लें. उन्होंने यह भी कहा कि यदि सुनवाई नहीं होती है तो हमारे पास और भी तरीके हैं.यह था मामला-14 सितंबर 2020 को जिले की चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में दलित युवती के साथ दरिंदगी और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था. वहीं इलाज के दौरान युवती की 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. इस मामले के चारों आरोपी संदीप, रवि, रामू और लवकुश आरोपी अलीगढ़ जेल में हैं.



इसे भी पढ़ें-हाथरस गैंगरेप केस : बहुचर्चित 'बिटिया' मामले में 30 सितंबर को अगली सुनवाई


पिछले दिनों हाथरस में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद बिटिया के घर पीड़ित परिवार से मिलने आए थे. उनके आने पर भीम आर्मी पार्टी के कार्यकर्ता से मारपीट हुई थी, जिसका आरोप राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज और उनके साथियों पर लगा था. इस मामले में थाना चंदपा में रिपोर्ट दर्ज हुई थी.

हाथरस: भीम आर्मी (bhim army) कार्यकर्ता के कथित मारपीट और फिर मुकदमा दर्ज कराए जाने से सवर्ण समाज में रोष है. इसी संबंध में सोमवार गांव बघना स्थित महाराणा प्रताप पार्क में आयोजित एक बैठक में राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज धवरैया (national savarna parishad president pankaj dhavaraya) ने कहा है कि उनके खिलाफ चंदपा कोतवाली में दर्ज मुकदमा झूठा है. पंकज ने सफाई दी कि उन्होंने भीम आर्मी के किसी कार्यकर्ता के साथ मारपीट नहीं की. उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनकी सुनवाई नहीं होती है तो उनके पास और भी तरीके हैं. इस दौरान बैठक में कई बार पंकज धवरेय्या उत्तेजित दिखे. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि मैं ठाकुरों की शान हूं जो हमारे समाज की तरफ नजर उठाकर देखेगा उसको फाड़ के रख दूंगा.


राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज धवरैया और 60 कार्यकर्ताओं पर मुकदमे के विरोध में पंकज के नेतृत्व में गांव बघना स्थित महाराणा प्रताप मूर्ति पर पंचायत हुई. बाद में कार्यकर्ताओं और सहयोगियों सहित पंकज धवरैय्या चंदपा थाने गिरफ्तारी देने पहुंचे, जहां सभी ने मुकदमा फर्जी बताते हुए समाप्त करने की मांग रखी. उन्होंने अवगत कराया कि उक्त समय कोतवाल के साथ था. ये घटना आपसी विवाद है. भीम आर्मी पर मुकदमे कि मांग कि कहा कि एक वर्ष से शांत माहौल था. भीम आर्मी ने अपनी पब्लिसिटी के चक्कर में दंगा कराने की साजिश की थी. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन सही कार्रवाई नहीं करेगा तो सवर्ण समाज भी अब चुप बैठने वाला नहीं है.

राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष का विवादित बयान
पंकज ने कहा कि एक साल पहले हमारे चार निर्दोष बच्चों को फंसाया गया था. दोबारा वही गलती दोहराई गई है. यहां पर चंद्रशेखर रावण आए थे, जिनके कार्यकर्ताओं के साथ स्वयं पुलिस ने मारपीट की थी. उन्होंने कहा कि वैसे उसके यहां आने का मतलब क्या था? भीम आर्मी के कार्यकर्ता को पीटने की बात गलत है. यह फर्जी मुकदमा वापस नहीं हुआ तो हम और बड़ा प्रदर्शन करेंगे. अभी हम कोतवाली गिरफ्तारी देने जा रहे हैं. कोतवाली पहुंचकर उन्होंने कहा कि मैंने बोल दिया है पूरे प्रकरण की जांच करा लें. उन्होंने यह भी कहा कि यदि सुनवाई नहीं होती है तो हमारे पास और भी तरीके हैं.यह था मामला-14 सितंबर 2020 को जिले की चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में दलित युवती के साथ दरिंदगी और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था. वहीं इलाज के दौरान युवती की 29 सितंबर 2020 को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. इस मामले के चारों आरोपी संदीप, रवि, रामू और लवकुश आरोपी अलीगढ़ जेल में हैं.



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पिछले दिनों हाथरस में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद बिटिया के घर पीड़ित परिवार से मिलने आए थे. उनके आने पर भीम आर्मी पार्टी के कार्यकर्ता से मारपीट हुई थी, जिसका आरोप राष्ट्रीय सवर्ण परिषद के अध्यक्ष पंकज और उनके साथियों पर लगा था. इस मामले में थाना चंदपा में रिपोर्ट दर्ज हुई थी.

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