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हाथरस की सियासी समर में टिकट को सक्रिय हुए कई पति-पत्नी

हाथरस की सदर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. लेकिन जब तक इस सीट पर प्रत्याशी का नाम तय नहीं हो रहा है, तब तक पति-पत्नी लय बनाने में जुटे हैं, जहां कुछ पति अपनी बुनियाद बना रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो अपनी पत्नियों के लिए तैयारी में जुटे हैं.

हाथरस सदर विधानसभा सीट
हाथरस सदर विधानसभा सीट
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Published : Oct 29, 2021, 12:20 PM IST

हाथरस: जिले की सदर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. लेकिन जब तक इस सीट पर प्रत्याशी का नाम तय नहीं हो रहा है, तब तक पति-पत्नी लय बनाने में जुटे हैं, जहां कुछ पति अपनी बुनियाद बना रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो अपनी पत्नियों के लिए तैयारी में जुटे हैं. वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने ऐसे दो जोड़ों से खास बातचीत की, जो आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी ठोके हुए हैं. पहली बातचीत वरिष्ठ भाजपा नेता रामवीर सिंह से हुई और उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में हर कार्यकर्ता की इच्छा होती है कि वह चुनाव लड़े.

हमारी दावेदारी पूरी है. बाकी जो पार्टी का आदेश होगा, वो सिर माथे होगा. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी प्रभा सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं. यदि स्थानीय स्तर पर महिला को टिकट जाती है तो उनकी भी दावेदार होगी. आगे उन्होंने कहा कि हम दोनों ही पति-पत्नी राजनीति में सक्रिय हैं. साथ ही उनकी पत्नी तीन बार जिला पंचायत सदस्य व एक बार ब्लॉक प्रमुख भी रह चुकी हैं.

हाथरस सदर विधानसभा सीट

इसे भी पढ़ें - UP के सबसे गरीब विधायकों की सूची में टॉप पर कांग्रेस के 'लल्लू'

पति-पत्नी दोनों चुनाव लड़ने के इच्छुक

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता वासुदेव माहौर ने कहा कि यदि पार्टी आदेश देती है तो हमारी दावेदारी रहेगी. पार्टी का निर्णय हमारे लिए सर्वमान्य होगा. उन्होंने कहा कि वे पिछले 5-6 सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. यदि पार्टी निर्णय करती है तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे. अपनी पत्नी डोली माहौर के लिए उन्होंने कहा कि वो तो पहले से ही राजनीति में आगे बढ़ी हुई है और यदि पार्टी निर्णय लेती है तो वो भी अच्छी तरह से चुनाव लड़ेगी. वासुदेव माहौर की पत्नी व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डौली माहौर ने बताया कि वे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तन, मन, धन से तैयार हैं.

कांग्रेस की ओर से महिलाओं को 40 फीसद टिकट दिए जाने पर उन्होंने कहा की हम चाहते हैं कि महिलाओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिले. लेकिन भारतीय जनता पार्टी तो सभी के लिए है. महिलाओं को भी आगे बढ़ाने का काम कर रही है. महिलाएं आगे बढ़ भी रही हैं. उन्होंने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे जरूर जीत कर दिखाएंगी. इधर, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गौरव आर्य ने बताया कि अभी उनके पास कोई नाम नहीं आया है. प्रत्याशियों के नाम तय करने का निर्णय सिर्फ व सिर्फ शीर्ष नेतृत्व को है.

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हाथरस: जिले की सदर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. लेकिन जब तक इस सीट पर प्रत्याशी का नाम तय नहीं हो रहा है, तब तक पति-पत्नी लय बनाने में जुटे हैं, जहां कुछ पति अपनी बुनियाद बना रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो अपनी पत्नियों के लिए तैयारी में जुटे हैं. वहीं, ईटीवी भारत की टीम ने ऐसे दो जोड़ों से खास बातचीत की, जो आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी ठोके हुए हैं. पहली बातचीत वरिष्ठ भाजपा नेता रामवीर सिंह से हुई और उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी में हर कार्यकर्ता की इच्छा होती है कि वह चुनाव लड़े.

हमारी दावेदारी पूरी है. बाकी जो पार्टी का आदेश होगा, वो सिर माथे होगा. उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी प्रभा सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं. यदि स्थानीय स्तर पर महिला को टिकट जाती है तो उनकी भी दावेदार होगी. आगे उन्होंने कहा कि हम दोनों ही पति-पत्नी राजनीति में सक्रिय हैं. साथ ही उनकी पत्नी तीन बार जिला पंचायत सदस्य व एक बार ब्लॉक प्रमुख भी रह चुकी हैं.

हाथरस सदर विधानसभा सीट

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पति-पत्नी दोनों चुनाव लड़ने के इच्छुक

वहीं, भारतीय जनता पार्टी के नेता वासुदेव माहौर ने कहा कि यदि पार्टी आदेश देती है तो हमारी दावेदारी रहेगी. पार्टी का निर्णय हमारे लिए सर्वमान्य होगा. उन्होंने कहा कि वे पिछले 5-6 सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. यदि पार्टी निर्णय करती है तो वे जरूर चुनाव लड़ेंगे. अपनी पत्नी डोली माहौर के लिए उन्होंने कहा कि वो तो पहले से ही राजनीति में आगे बढ़ी हुई है और यदि पार्टी निर्णय लेती है तो वो भी अच्छी तरह से चुनाव लड़ेगी. वासुदेव माहौर की पत्नी व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष डौली माहौर ने बताया कि वे विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तन, मन, धन से तैयार हैं.

कांग्रेस की ओर से महिलाओं को 40 फीसद टिकट दिए जाने पर उन्होंने कहा की हम चाहते हैं कि महिलाओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिले. लेकिन भारतीय जनता पार्टी तो सभी के लिए है. महिलाओं को भी आगे बढ़ाने का काम कर रही है. महिलाएं आगे बढ़ भी रही हैं. उन्होंने कहा कि यदि भारतीय जनता पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वे जरूर जीत कर दिखाएंगी. इधर, भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष गौरव आर्य ने बताया कि अभी उनके पास कोई नाम नहीं आया है. प्रत्याशियों के नाम तय करने का निर्णय सिर्फ व सिर्फ शीर्ष नेतृत्व को है.

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