हाथरस: जिले से कोरोना को खत्म करने के लिए 5 जुलाई से घर-घर कोविड सर्विलांस प्रोग्राम की शुरुआत की जा रही है. इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर आपसे आपकी सेहत का हाल पूछेगी. इसके साथ ही आपके हेल्थ स्टेटस की जानकारी जुटाकर हेल्थ डिपार्टमेंट को दिया जाएगा. ताकि कोविड-19 के मरीज को स्क्रीन किया जा सके. और उनकी जांच के बाद उनका इलाज किया जा सके. यह अभियान 15 जुलाई तक चलेगा.
एसीएमओ डॉ. विजेंद्र सिंह ने बताया कि 5 जुलाई से 15 जुलाई तक पूरे जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर 501 टीमें सर्वे करेंगी. इसमें 440 टीमें ग्रामीण क्षेत्रों तथा 61 टीम शहरी क्षेत्रों में सर्वे करेंगी. जिसमें खांसी बुखार के रोगियों को चिह्नित किया जाएगा. यदि कोई गंभीर रोगी मिलता है, तो उसकी कोरोना जांच कराई जाएगी. कोरोना के लक्षणों के साथ ही साथ गंभीर और लंबी बीमारियों से ग्रसित लोगों की भी सूचना हासिल की जाएगी. जिसमें हृदय रोग हाइपरटेंशन ,डायबिटीज जैसी बीमारी शामिल हैं.
कोविड सर्विलांस प्रोग्राम को काफी तेजी से चलाया जाएगा. इसमें टीम घर-घर जाकर आपसे आपकी सेहत का हाल पूछेगी. सर्दी, खांसी जैसे सिंप्टोमेटिक पेशेंट्स या जो पेशेंट्स को क्रॉनिक डिजीज से गुजर रहे . उन सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी. इसके साथ ही सर्वे करने वाली आशा सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन से ग्रसित मरीज की तुरंत अपने प्रभारी को सूचना देंगी. इसके बाद प्रभारी हेल्थ डिपार्टमेंट को सूचना देंगे और उस व्यक्ति का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा. इससे कोरोना के मरीज को पहचान कर उसका इलाज कराया जा सकेगा, ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
सर्वे के दौरान टीम अपनी सुरक्षा का भी ध्यान रखेगी. सर्वे करने वाली प्रत्येक टीम को दो रियूजेबल मास्क दिए जाएंगे. उन्हें इसे पहनकर ही सर्वे करना होगा. इसके साथ ही उन्हें सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि वे समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज कर सकें. प्रत्येक सर्वे टीम को स्टिकर, चौक और रिपोर्टिंग प्रारूप भी उपलब्ध कराया जाएगा.
- सर्वे करने वाली टीम द्वारा इंफ्रारेड थर्मोमीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर का उपयोग किया जाएगा.
- सर्वे के दौरान पल्स पोलियो अभियान की तरह हर घर के दरवाजे पर तारीख अंकित की जाएगी.
- सर्वे टीम के द्वारा घर-घर जाकर प्रारूप के अनुसार सूचनाओं को एकत्रित किया जाएगा.
- सर्वे की पूरा होने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किया गया है स्टीकर लगाया जाएगा.
- सर्वे के दौरान खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत होने वाली रोगियों की पहचान की जाएगी.
सर्वे के दौरान यदि किसी टीम को सीवियर एक्यूट रेस्पिरेट्री इंफेक्शन का रोगी मिलता है. तो उस रोगी की पल्स ऑक्सीमीटर से जांच की जाएगी. इसके बाद उसकी सूचना तत्काल प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को दी जाएगी. इसके बाद उस व्यक्ति की कोरोना जांच की जाएगी.