हाथरस: जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर लगाकर भले ही नकल पर नकेल कस दी हो, लेकिन नकल माफियाओं ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है. अब पेपर पहले से ही बाहर आ जाता है, जिसकी सॉल्व कॉपी दे दी जाती है, ताकि बच्चे उसे रटकर याद कर लें और परीक्षा देकर पास हो सकें.
यूपी बोर्ड की दूसरी पाली में रसायन विज्ञान की परीक्षा थी. जिले में इस परीक्षा की आंसर शीट ईटीवी भारत के हाथ लग गई, जिस पर अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो सभी अधिकारी दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में थे, इसलिए किसी से संपर्क नहीं हो सका. ईटीवी भारत ने परीक्षा के समाप्त होने का इंतजार किया और उसके बाद एक परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर छात्र-छात्राओं से इस बारे में बात की.
छात्र-छात्राओं ने बताया कि आप जो आंसर दिखा रहे हैं, वहीं उनके प्रश्नों के उत्तर हैं, जिसका पेपर वह अभी देकर निकले हैं. छात्रों ने बताया कि प्रश्न पत्र के सभी उत्तर वही हैं, जो ईटीवी भारत ने दिखाए हैं. यह आंसर वायरल हुए या नहीं इस बात को पता नहीं है. देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में अधिकारी आगे क्या कदम उठाते हैं. वहीं इस मामले के सामने आने से यूपी बोर्ड की परीक्षा व्यवस्था पर सवाल जरूर उठे हैं.