ब्रज के प्रसिद्ध दाऊजी मेला की हुई शुरुआत हाथरस: ब्रज के प्रसिद्ध मेला श्री दाऊजी महाराज का गुरुवार को उद्घाटन किया गया. उद्घाटन के बाद मंत्री ने पार्टी पदाधिकारी जिलाधिकारी अर्चना वर्मा, एसपी देवेश कुमार पाण्डेय अधिकारियों के साथ दाऊजी मंदिर पहुंचकर दाऊ बाबा और रेवती मैया के दर्शन किए. इसके बाद असीम अरुण ने मेल रिसीवर कैंप में आयोजित प्रशासनिक कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया. इस मौके पर शांति का प्रतीक कबूतर भी उड़ाए गए. इस दौरान मंत्री असीम अरुण ने कहा कि यह मेला जल्द ही राजकीय मेला घोषित होगा. इस मौके पर स्कूली छात्राओं ने संस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए, जिन्हें सभी ने सराहा.
मेला उद्घाटन के दौरान मंत्री असीम अरुण मेले हमारी संस्कृिति की पहचानः ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष ने कहा कि 'मेला हमारी संस्कृति की पहचान है. हमारे देश पर विभिन्न धर्मों एवं बाहरी देश के लोगों ने आक्रमण कर हमारी संस्कृति धर्म नष्ट करने का प्रयास किया. फिर भी हमारा समाज और हमारी संस्कृति इन्हीं भव्य मेलों की वजह से जिंदा है. वहीं, जिलाधिकारी अर्चना वर्मा ने कहा कि ब्रज क्षेत्र संस्कृति की धरोहर है. विभिन्न परंपराओं पर आधारित मेला आयोजित किए जाते हैं, जो हमारी संस्कृति की पहचान है. उन्होंने बताया कि अंग्रेजो के समय में दाऊजी मंदिर को नष्ट करने का प्रयास किया गया था, फिर भी हमारी संस्कृति और परंपराओं को नष्ट नहीं कर पाए.
मंत्री असीम अरुण ने दाऊजी मंदिर पहुंचकर दाऊ बाबा और रेवती मैया के दर्शन किए मेला पंडाल में मंत्री असीम अरुण ने कहा कि 'यह बहुत बड़ा अवसर है कि हम लोग 112 वर्ष पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. दाऊजी का मेला का आज उद्घाटन हुआ है, मुझे इस में शामिल होने का सौभाग्य मिला है. मैंने सभी से अनुरोध किया है कि मेले का आयोजन व्यवस्थित तरीके से हो कि हर परिवार बड़ी आसानी के साथ आकर इसे देख सके. उन्होंने कहा जिस प्रकार पूर्व में मेले की स्थापना को मजबूत करने के लिए कार्य किए गए हैं.
मेला उद्घाटन के दौरान मौजूद मंत्री असीम अरुण, पार्टी पदाधिकारी जिलाधिकारी अर्चना वर्मा, एसपी देवेश कुमार पाण्डेय आगे भी हर साल हम लोग इसमें कुछ जोड़े, जिससे मेले का स्वरुप और अच्छा हो. वहीं मंत्री असीम अरुण ने हाथरस के दंगल को भी प्रसिद्ध बताया. उन्होंने हाथरस की दो सांस्कृतिक धरोहर काका हाथरसी और निर्भय हाथरसी के सम्मान में एक-एक सड़क नामित करने की बात भी कही. इस मेले को राजकीय मेला घोषित करने के सवाल पर उन्होंने कहा ऐसा बहुत शीघ्र होगा, व्यवधान दूर हो चुके हैं और बजट भी घोषित हो चुका है.
यह भी पढे़ं: अगले सत्र से शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य होगी, छात्रवृत्ति की नई नियमावली जल्द
यह भी पढे़ं: कौशांबी ट्रिपल मर्डर: मंत्री असीम अरुण पीड़ित परिवार से मिले, प्रशासन से कहा- कोई भी अंश छिपना नहीं चाहिए