ETV Bharat / state

हरदोई: आवारा पशुओं को मिलेगा गोपालकों का सहारा, सरकार देगी चारे का मुआवजा

उत्तर प्रदेश के हरदोई में गोपालक अब निराश्रित पशुओं को पशु आश्रय स्थलों से लेकर उनको पाल सकेंगे. इसके लिए जिला प्रशासन ने बेसहारा गौवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. एक गोपालक 4 गौवंश को पाल सकेगा, इसके लिए सरकार एक पशु के लिए 9 सौ रुपया महीना देगी.

आवारा पशुओं को पालने वाले को सरकार देगी मुआवजा.
author img

By

Published : Aug 24, 2019, 12:09 PM IST

हरदोई: जिले में आम लोग भी अब निराश्रित पशुओं को पशु आश्रय स्थलों से लेकर उनका पालन कर सकेंगे. इसके लिए शासन से आए निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. इस योजना के तहत सभी पशु आश्रय स्थलों से गोपालक गोवंश को लेकर उन्हें पाल सकेंगे. एक गोपालक 4 गोवंश को पाल सकेगा, इसके लिए सरकार की ओर से एक पशु का गोपालकों को 9 सौ रुपये महीने दिया जाएगा.

आवारा पशुओं को पालने वाले को सरकार देगी मुआवजा.

इसे भी पढ़ें- पीलीभीत: गौ-तस्करी का विरोध करने पर युवक की गोली मारकर हत्या

निराश्रित पशुओं को मिलेगा गोपालकों का सहारा-

  • जिले में सरकार की निःशुल्क बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
  • इसके तहत प्रेक्षा ग्रह में पशु चिकित्सा अधिकारियों, ग्राम पंचायत अधिकारियों व लेखपालों की मीटिंग की गई.
  • इस मीटिंग में सभी को मुख्य विकास अधिकारी ने जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं.
  • इस योजना के अंतर्गत जिले में वर्तमान समय में संचालित 74 पशु आश्रय स्थलों से अब गोपालक गायों को पालने के लिए निशुल्क गाय ले सकेंगे.
  • प्रत्येक गोपालक 4 निराश्रित गोवंश से ज्यादा नहीं पाल सकेंगे, इसके लिए उन्हें एक प्रमाण पत्र लिख कर देना होगा.
  • इन सभी गोवंश के चारे का खर्चा सरकार उठाएगी और प्रत्येक गोवंश पर 30 रुपये रोजाना यानी 9 सौ प्रतिमाह सरकार गोपालक को देगी.

सरकार की इस योजना से गोपालकों को मुफ्त में गाय पालने के लिए मिलेगी और सरकार चारे का रुपया देकर उन्हें प्रोत्साहित करेगी. पशु आश्रय स्थलों से गोवंश की संख्या कम होगी. इससे किसानों और आम लोगों को तो राहत मिलेगी ही साथ ही साथ दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी. प्रशासन ने जिले में नए पशु आश्रय स्थल बनवाने के लिए जोर-शोर से कवायद शुरू कर दी है और इसके लिए सभी न्याय पंचायतों में जमीन का चिन्हांकन किया जा रहा है. जिले में मौजूद 191 न्याय पंचायतों में सभी जगह पशु आश्रय स्थल बनवाये जा सकें.

सरकार की निःशुल्क बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत बैठक की गई. इस योजना के तहत अब निराश्रित गोवंश को पालने के लिए गोपालक पशु आश्रय स्थल से गौवंश को ले सकेंगे और सरकार 30 रुपये प्रति गोवंश के हिसाब से गोपालक को देगी. प्रत्येक गोपालक 4 गोवंश से अधिक नहीं पाल सकेंगे और उन्हें यह लिख कर देना होगा. वह इन गौवंश की सेवा करेंगे. न्याय पंचायत स्तर पर पशु आश्रय स्थलों के लिए जमीनों का चिन्हांकन का कार्य शुरू कर दिया गया है. जल्द ही पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाएगा.
-निधि गुप्ता वत्स, मुख्य विकास अधिकारी, हरदोई

हरदोई: जिले में आम लोग भी अब निराश्रित पशुओं को पशु आश्रय स्थलों से लेकर उनका पालन कर सकेंगे. इसके लिए शासन से आए निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. इस योजना के तहत सभी पशु आश्रय स्थलों से गोपालक गोवंश को लेकर उन्हें पाल सकेंगे. एक गोपालक 4 गोवंश को पाल सकेगा, इसके लिए सरकार की ओर से एक पशु का गोपालकों को 9 सौ रुपये महीने दिया जाएगा.

आवारा पशुओं को पालने वाले को सरकार देगी मुआवजा.

इसे भी पढ़ें- पीलीभीत: गौ-तस्करी का विरोध करने पर युवक की गोली मारकर हत्या

निराश्रित पशुओं को मिलेगा गोपालकों का सहारा-

  • जिले में सरकार की निःशुल्क बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
  • इसके तहत प्रेक्षा ग्रह में पशु चिकित्सा अधिकारियों, ग्राम पंचायत अधिकारियों व लेखपालों की मीटिंग की गई.
  • इस मीटिंग में सभी को मुख्य विकास अधिकारी ने जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं.
  • इस योजना के अंतर्गत जिले में वर्तमान समय में संचालित 74 पशु आश्रय स्थलों से अब गोपालक गायों को पालने के लिए निशुल्क गाय ले सकेंगे.
  • प्रत्येक गोपालक 4 निराश्रित गोवंश से ज्यादा नहीं पाल सकेंगे, इसके लिए उन्हें एक प्रमाण पत्र लिख कर देना होगा.
  • इन सभी गोवंश के चारे का खर्चा सरकार उठाएगी और प्रत्येक गोवंश पर 30 रुपये रोजाना यानी 9 सौ प्रतिमाह सरकार गोपालक को देगी.

सरकार की इस योजना से गोपालकों को मुफ्त में गाय पालने के लिए मिलेगी और सरकार चारे का रुपया देकर उन्हें प्रोत्साहित करेगी. पशु आश्रय स्थलों से गोवंश की संख्या कम होगी. इससे किसानों और आम लोगों को तो राहत मिलेगी ही साथ ही साथ दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी. प्रशासन ने जिले में नए पशु आश्रय स्थल बनवाने के लिए जोर-शोर से कवायद शुरू कर दी है और इसके लिए सभी न्याय पंचायतों में जमीन का चिन्हांकन किया जा रहा है. जिले में मौजूद 191 न्याय पंचायतों में सभी जगह पशु आश्रय स्थल बनवाये जा सकें.

सरकार की निःशुल्क बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत बैठक की गई. इस योजना के तहत अब निराश्रित गोवंश को पालने के लिए गोपालक पशु आश्रय स्थल से गौवंश को ले सकेंगे और सरकार 30 रुपये प्रति गोवंश के हिसाब से गोपालक को देगी. प्रत्येक गोपालक 4 गोवंश से अधिक नहीं पाल सकेंगे और उन्हें यह लिख कर देना होगा. वह इन गौवंश की सेवा करेंगे. न्याय पंचायत स्तर पर पशु आश्रय स्थलों के लिए जमीनों का चिन्हांकन का कार्य शुरू कर दिया गया है. जल्द ही पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाएगा.
-निधि गुप्ता वत्स, मुख्य विकास अधिकारी, हरदोई

Intro:स्लग--हरदोई में निराश्रित पशुओं को मिलेगा गोपालकों का सहारा अब आम लोग भी पशुआश्रय स्थलों से गोवंश लेकर पाल सकेंगे सरकार देगी चारे का मुआवजा

एंकर--यूपी के हरदोई में आम लोग भी अब निराश्रित पशुओं को पशु आश्रय स्थलों से लेकर उनका पालन कर सकेंगे। इसके लिए शासन से आए निर्देश के बाद जिले में प्रशासन ने बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई। इस योजना के तहत सभी पशु आश्रय स्थलों से गोपालक गोवंश को लेकर उन्हें पाल सकेंगे एक गोपालक 4 गोवंश को पाल सकेगा इसके लिए सरकार की ओर से एक पशु का गोपालको को 900 रुपया महीने दिया जाएगा सभी गौपालकों को एक प्रमाणपत्र देना होगा कि वह गोवंश की सेवा करेंगे जिसके बाद उन्हें पशु आश्रय स्थलों से गोवंश सौंप दिए जाएंगे ऐसे में इस योजना से बढ़ती आवारा गोवंश की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी।


Body:vo--उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में बेसहारा पशुओं के लिए चलायी गयी सरकार की निःशुल्क बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं जिसके तहत प्रेक्षा ग्रह में पशु चिकित्सा अधिकारियों ग्राम पंचायत अधिकारियों व लेखपालों की मीटिंग की गई और सभी को मुख्य विकास अधिकारी ने जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए दरअसल इस योजना के अंतर्गत जिले में वर्तमान समय में संचालित 74 पशु आश्रय स्थलों से अब गोपालक गायों को पालने के लिए निशुल्क गाय ले सकेंगे और उन्हें पाल सकेंगे प्रत्येक गोपालक 4 निराश्रित गोवंश से ज्यादा नहीं पाल सकेंगे इसके लिए उन्हें एक प्रमाण पत्र लिख कर देना होगा कि वह पशु आश्रय स्थलों से निराश्रित गोवंश को लेकर जा रहे हैं और इनकी सेवा करेंगे इन सभी गोवंश के चारे का खर्चा सरकार उठाएगी और प्रत्येक गोवंश पर 30 रुपये रोजाना यानी 900 प्रतिमाह सरकार गौपालक को देगी। सरकार की इस योजना से गोपाल को को मुफ्त में गाय पालने के लिए मिलेगी और सरकार चारे का रुपया देकर उन्हें प्रोत्साहित करेगी जिसके चलते पशु आश्रय स्थलों से गोवंश की संख्या कम होगी और आवारा गोवंश की बढ़ती संख्या के चलते सड़क पर घूमने वाले और किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले आवारा गोवंश को पशु आश्रय स्थल तक पहुंचाया जाएगा जिससे किसानों और आम लोगों को तो राहत मिलेगी ही साथ ही साथ दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी और गोवंश के साथ भी दुर्घटनाओं पर लगाम लगेगी।हालांकि प्रशासन ने जिले में नए पशु आश्रय स्थल बनवाने के लिए जोर-शोर से कवायद शुरू कर दी है और इसके लिए सभी न्याय पंचायतों में जमीन का चिन्हांकन किया जा रहा है ताकि जिले में मौजूद 191 न्याय पंचायतों में सभी जगह पशु आश्रय स्थल बनवाये जा सकें और आवारा गोवंश की समस्या से निजात दिलाई जा सके।
बाइट-- निधि गुप्ता वत्स मुख्य विकास अधिकारी हरदोई


Conclusion:voc--इस बारे में मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि सरकार की निशुल्क बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना के तहत बैठक की गई इस योजना के तहत अब निराश्रित गोवंश को पालने के लिए गोपालक पशु आश्रय स्थल से गोवंश को ले सकेंगे और सरकार 30 रुपये प्रति गोवंश के हिसाब से गोपालक को देगी प्रत्येक गोपालक 4 गोवंश से अधिक नहीं पाल सकेंगे और उन्हें यह लिख कर देना होगा कि वह इन गोवंश की सेवा करेंगे साथ ही न्याय पंचायत स्तर पर पशु आश्रय स्थलों के लिए जमीनों का चिन्हांकन का कार्य शुरू कर दिया गया है और जल्द ही पशु आश्रय स्थलों का निर्माण कराया जाएगा।

आशीष द्विवेदी
हरदोई up
9918740777,8115353000
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.