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हरदोई: सई नदी के पुनरुद्धार का काम शुरू, डीएम ने लिया जायजा - up news

जिले के 11 विकास खंड से होकर 180 किलोमीटर की लंबाई लेते हुए गुजरने वाली पौराणिक सई नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए योगी सरकार ने निर्देश दिया. इसके बाद जिलाधिकारी के निर्देशन में नदी को पुनर्जीवित करने का काम शुरू कर दिया गया है.

सई नदी के पुनरुद्धार का काम शुरू.
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Published : Jun 9, 2019, 7:48 PM IST

हरदोई: वर्षों से उपेक्षा का शिकार सई नदी के पुनर्जीवित होने का कार्य हरदोई में शासन से आए निर्देश के बाद शुरू हो चुकी हैं. साथ ही भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने के लिए नदी के दोनों किनारों पर और बीच में जमा शिल्ड को हटाने का काम मनरेगा के मजदूर कर रहे हैं. डीएम और सीडीओ ने सई नदी का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये.

जानकारी देते जिलाधिकारी पुलकित खरे.
  • सई नदी में नदी के दोनों किनारों पर मनरेगा के तहत सिल्ट हटाने का काम शुरू करवाया गया है.
  • सई नदी के पुनरुद्धार के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
  • अब नदी की सफाई के बाद वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा ताकि गिरते जल स्तर की समस्या को भी रोका जा सके.
  • पौराणिक सई नदी का वर्णन रामायण में भी मिलता है.
  • पिछले 20 वर्षों से यह नदी जो कभी ग्रामीण इलाके में लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित होती थी. अब नाले में तब्दील हो चुकी है.

मनरेगा के तहत सई नदी से शिल्ट हटाने का कार्य शुरू किया जा चुका है. जल्द ही इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. साथ ही दोनों किनारों पर वृक्ष लगाए जाएंगे ताकि गिरते जल स्तर की समस्या से निपटा जा सके और जिन गांवों से होकर सई नदी गुजरती है. उन गांवों के लोगों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जा सके. साथ ही पशु पक्षियों को भी पीने के लिए पानी मिल सके.
पुलकित खरे, जिलाधिकारी , हरदोई

हरदोई: वर्षों से उपेक्षा का शिकार सई नदी के पुनर्जीवित होने का कार्य हरदोई में शासन से आए निर्देश के बाद शुरू हो चुकी हैं. साथ ही भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने के लिए नदी के दोनों किनारों पर और बीच में जमा शिल्ड को हटाने का काम मनरेगा के मजदूर कर रहे हैं. डीएम और सीडीओ ने सई नदी का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये.

जानकारी देते जिलाधिकारी पुलकित खरे.
  • सई नदी में नदी के दोनों किनारों पर मनरेगा के तहत सिल्ट हटाने का काम शुरू करवाया गया है.
  • सई नदी के पुनरुद्धार के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
  • अब नदी की सफाई के बाद वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा ताकि गिरते जल स्तर की समस्या को भी रोका जा सके.
  • पौराणिक सई नदी का वर्णन रामायण में भी मिलता है.
  • पिछले 20 वर्षों से यह नदी जो कभी ग्रामीण इलाके में लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित होती थी. अब नाले में तब्दील हो चुकी है.

मनरेगा के तहत सई नदी से शिल्ट हटाने का कार्य शुरू किया जा चुका है. जल्द ही इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. साथ ही दोनों किनारों पर वृक्ष लगाए जाएंगे ताकि गिरते जल स्तर की समस्या से निपटा जा सके और जिन गांवों से होकर सई नदी गुजरती है. उन गांवों के लोगों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जा सके. साथ ही पशु पक्षियों को भी पीने के लिए पानी मिल सके.
पुलकित खरे, जिलाधिकारी , हरदोई

Intro:आशीष द्विवेदी
हरदोई up
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स्लग--सई नदी के पुनरुद्धार का काम शुरू डीएम ने लिया जायजा

एंकर-- बरसों से उपेक्षा का शिकार सई नदी के पुनर्जीवित होने का कार्य हरदोई में शासन से आए निर्देश के बाद अब जिलाधिकारी के निर्देशन में सई नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं साथ ही भूगर्भ जल स्तर को बढ़ाने के लिए नदी के दोनों किनारों पर और बीच में जमा शिल्ड को हटाने का काम मनरेगा के मजदूर कर रहे हैं डीएम और सीडीओ ने सई नदी का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये है जिलाधिकारी पुलकित खरे का कहना है जिले में 180 किलोमीटर बहने वाली सही नदी के पुनर्जीवित करने का काम शुरू कर लिया जाएगा।


Body:vo-- उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में जिले के 11 विकास खंड से होकर 180 किलोमीटर की लंबाई लेते हुए गुजरने वाली पौराणिक सई नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए योगी सरकार के निर्देश के बाद जिलाधिकारी के निर्देशन में सई नदी को पुनर्जीवित करने का काम शुरू कर दिया है गया है सई नदी में नदी के दोनों किनारों पर मनरेगा के तहत सिल्ट हटाने का काम शुरू करवाया जा रहा है मनरेगा मजदूर सई नदी के बीच में और किनारों पर से सिल्ट हटाने का काम कर रहे हैं मनरेगा के तहत तेजी से सई नदी के पुनरुद्धार के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं अब सई नदी की सफाई के बाद वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा ताकि गिरते जल स्तर की समस्या को भी रोका जा सके और आसपास के इलाके के लोगों को सिंचाई और पशु पक्षियों के लिए जीवनदायिनी साबित होने वाली सई नदी फिर से अपने पूर्व की तरह लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हो सके।


Conclusion:voc-- आपको बता दें की पौराणिक सही नदी का वर्णन रामायण में भी मिलता है पिछले 20 वर्षों से यह सही नदी जो कभी ग्रामीण इलाके में लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित होती थी अब नाले में तब्दील हो चुकी है ऐसे में योगी सरकार के निर्देश के बाद सई नदी को पुनर्जीवित करने की कवायद की शुरुआत के मौके पर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि मनरेगा के तहत सई नदी से शिल्ट हटाने का कार्य शुरू किया जा चुका है जल्दी इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा साथ ही दोनों किनारों पर वृक्ष लगाए जाएंगे ताकि गिरते जल स्तर की समस्या से निपटा जा सके और जिन कामों से होकर सही नदी गुजरी है उन गांवों के लोगों को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जा सके साथ ही पशु पक्षियों को भी पीने के लिए पानी मिल सके।
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