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हरदोई: इलाज के लिए भटकती रही महिला, खुली अस्पताल प्रबंधन की पोल

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Published : Oct 20, 2019, 9:37 AM IST

उत्तर प्रदेश के हरदोई में डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है. जिला महिला चिकित्सालय में एक महिला मरीज इलाज के लिए भटकती रही, लेकिन उसे इलाज नहीं मिला.

इलाज के लिए भटकती रही महिला.

हरदोई: महिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां एक महिला मरीज और उसके परिजन करीब डेढ़ घंटे तक महिला और पुरुष अस्पताल के चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल सका. हालांकि मीडिया के आते ही अस्पताल प्रबंधन ने चौकसी बरती और महिला को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय के ईएनटी विभाग में भेज दिया.

इलाज के लिए भटकती रही महिला.

जिला अस्पताल की लापरवाही

  • जिला महिला अस्पताल में शनिवार को एक महिला मरीज के गले में पड़ी नली बदलनी थी.
  • महिला को लेकर उसके परिजन करीब डेढ़ घंटे तक अस्पताल के चक्कर काटते रहे.
  • कोई भी जिम्मेदार महिला मरीज को देखने और सुनने के लिए तैयार नहीं हुआ.
  • परिजन जब महिला को पुरुष चिकित्सालय लेकर गए तो दोबारा उन्हें महिला अस्पताल के लिए भेज दिया गया.
  • करीब तीन से चार बार चक्कर काटने के बाद परिवार महिला मरीज को एम्बुलेंस में लेकर बैठा रहा.
  • इसी दौरान अस्पताल परिसर में मीडिया को देखकर अस्पातल प्रबंधन ने महिला मरीज का हाल-चाल लेना शुरू कर दिया.

महिला के पति आकाश ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों पर अनदेखी किए जाने का आरोप लगाया. हालांकि अंत में परिजन महिला मरीज को लेकर अस्पताल ले गए.

इसे भी पढ़ें:- बदायूं: महिला जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एसीएमओ

मैं अपनी पत्नी शिवानी को लेकर डेढ़ घंटे से अस्पताल में घूम रहा हूं, जब जिला पुरुष अस्पताल गया तो उन्होंने महिला में भेज दिया और जब महिला अस्पताल में आया तो वापस पुरुष अस्पताल भेज दिया. कोई भी इलाज नहीं कर रहा है.
-आकाश, महिला मरीज का पति

हरदोई: महिला चिकित्सालय में डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां एक महिला मरीज और उसके परिजन करीब डेढ़ घंटे तक महिला और पुरुष अस्पताल के चक्कर काटते रहे, लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल सका. हालांकि मीडिया के आते ही अस्पताल प्रबंधन ने चौकसी बरती और महिला को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय के ईएनटी विभाग में भेज दिया.

इलाज के लिए भटकती रही महिला.

जिला अस्पताल की लापरवाही

  • जिला महिला अस्पताल में शनिवार को एक महिला मरीज के गले में पड़ी नली बदलनी थी.
  • महिला को लेकर उसके परिजन करीब डेढ़ घंटे तक अस्पताल के चक्कर काटते रहे.
  • कोई भी जिम्मेदार महिला मरीज को देखने और सुनने के लिए तैयार नहीं हुआ.
  • परिजन जब महिला को पुरुष चिकित्सालय लेकर गए तो दोबारा उन्हें महिला अस्पताल के लिए भेज दिया गया.
  • करीब तीन से चार बार चक्कर काटने के बाद परिवार महिला मरीज को एम्बुलेंस में लेकर बैठा रहा.
  • इसी दौरान अस्पताल परिसर में मीडिया को देखकर अस्पातल प्रबंधन ने महिला मरीज का हाल-चाल लेना शुरू कर दिया.

महिला के पति आकाश ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों पर अनदेखी किए जाने का आरोप लगाया. हालांकि अंत में परिजन महिला मरीज को लेकर अस्पताल ले गए.

इसे भी पढ़ें:- बदायूं: महिला जिला अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे एसीएमओ

मैं अपनी पत्नी शिवानी को लेकर डेढ़ घंटे से अस्पताल में घूम रहा हूं, जब जिला पुरुष अस्पताल गया तो उन्होंने महिला में भेज दिया और जब महिला अस्पताल में आया तो वापस पुरुष अस्पताल भेज दिया. कोई भी इलाज नहीं कर रहा है.
-आकाश, महिला मरीज का पति

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर--जिले का महिला चिकित्सालय हमेशा से ही अपनी लापरवाहियों के चलते चर्चाओं में रहता है।आये दिन मरीज महिलाओं के इलाज में लापरवाही व इलाज न मिलने जैसे मामले संज्ञान में आते रहते हैं।तो उसी के चलते आज फिर एक महिला मरीज व उसके परिजन करीब डेढ़ घंटे महिला व पुरुष अस्पताल के चक्कर काटते रहे लेकिन उन्हें इलाज नहीं मिल सका।हालांकि मीडिया के आते ही अस्पताल प्रबंधन ने चौकसी बरती और महिला को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय के ईएनटी विभाग में भेजा।


Body:वीओ--1--हरदोई जिला महिला अस्पताल में आज एक महिला मरीज जिसके गले मे पड़ी नली बदलनी थी, उसे उसके परिजन लेकर करीब डेढ़ घंटे तक चक्कर काटते रहे और महिला एम्बुलेंस में पड़ी रही।लेकिन कोई भी जिम्मेदार उसे देखने व सुनने के लिए तैयार नहीं हुआ।जब उसके पति आकाश से बात की गई तो उसने अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सकों पर अनदेखी किये जाने का आरोप लगाया। कहा की वो अपनी पत्नी शिवानी को डेढ़ घंटे से लेकर घूम रहा है।जब जिला पुरुष अस्पताल गया तो उन्होंने महिला में भेज दिया और जब महिला आया तो उसे वापस पुरुष अस्पताल भेज दिया गया।इतना ही नहीं इसके बाद फिर जब वो पुरुष चिकित्सालय गया तो दोबारा उसे महिला अस्पताल के लिए भेज दिया गया।करीब 3 से 4 बार चक्कर काटने के बाद पीड़ित एक घंटे तक अपने मरीज को एम्बुलेंस में लेकर बैठा रहा।वहीं इस मामले की भनक जब मीडिया को लगी तो पीड़ित से बात चीत कर उसकी समस्या जानी गयी।इस पर अस्पातल प्रबंधन ने कैमरों को देख मरीज का हाल चाल लेना शुरू कर दिया व इलाज किये जाने का आश्वासन देने लगे।हालांकि अंत मे वो मरीज परेशान होकर अपने घर लौटा या किसी निजी अस्पताल जा पहुंचा इसका पता किसी को नहीं।हालांकि उसे घाटों यहां भटकने के बाद भी इलाज न मिलने से जिला महिला व पुरुष चिकित्सालय की उदासीनता व लापरवाही साफ जाहिर हो रही है।पीड़ित तीमारदारों ने विधिवत जानकारी से अवगत कराया सुनिए उन्हीं की जुबानी।

विसुअल
बाईट--आकाश--पीड़ित पति

वीओ--2--वहीं जब सीएमएस जिला महिला अस्पताल राजेन्द्र सिंह से जानकारी ली गयी तो उन्होंने इस केस को पुरूष अस्पातल में मौजूद ईएनटी विभाग का बताया।कहा कि इस महिला को गाइनो से जुड़ी कोई समस्या नहीं है बल्कि इसका इलाज एक ईएनटी सर्जन करेगा जोकि जिला चिकित्सालय में तैनात हैं।हालांकि उसके पेशाब नली को यहां महिला।अस्पताल में बदला जा सकता है लेकिन वो मरीज अब यहां से जा चुका है।ऐसे में साफ है कि जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते मरीज घंटों यहां भटकते रहते हैं और इलाज न मिलने की दशा में निराश हो वापस लौट जाते हैं।वहीं कभी कभी इलाज न मिलने से मौत होने के मामले भी संज्ञान में आ ही जाते हैं।

बाईट--राजेन्द्र सिंह--सीएमएस महिला अस्पताल


Conclusion:
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