हरदोईः जिले में मनरेगा के अंतर्गत अभी तक सिर्फ रोजगार की गारंटी ही दी जाती रही है. अब सरकार ने मनरेगा योजना के अंतर्गत गांवों की सूरत संवारने की जिम्मेदारी ली है. जिले के प्रत्येक ब्लॉक से फिलहाल दो-दो ग्राम पंचायतों का चयन किया जा रहा है. जो गांवों में सड़क निर्माण से लेकर शौंचलयों व विद्यालयों के मरम्मत कार्य आदि कराएंगे. ग्राम पंचायतों में हुए कार्यों का ब्यौरा निकाला जा रहा है. जिसके आधार पर इन ग्राम पंचायतों में शेष बचे विकास कार्यों को मनरेगा के तहत पूरा किया जाएगा.
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत आंतरिक गांव की सड़कों, खेल के मैदान, विद्यालयों की बाउंड्री वॉल, छात्र-छात्राओं के लिए अलग शौचालय, आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत भवन व अंत्येष्टि स्थल आदि का कार्य कराया जाएगा. अभी कार्यक्रम अधिकारियों को ग्राम पंचायत चयन की जिम्मेदारी सौंप दी गयी है.
रिपोर्ट के आधार पर तैयार की जाएगी कार्य योजना
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कहा कि ग्राम पंचायतों की भौगोलिक स्थिति व स्थानीय लोगों की आवश्यकता अनुसार कार्यों की प्राथमिकता का आंकलन कर ब्यौरा जिम्मेदारों को उपलब्ध कराएंगे. उसी रिपोर्ट के आधार पर कार्य योजना तैयार की जाएगी. इसके तहत गांवों को अब मनरेगा योजना के साथ विकसित किये जाने की रणनीति सरकार और शासन ने तैयार कर ली है. मनरेगा जॉबकार्ड धारकों को सौ दिनों का वेतन देने के अलावा मनरेगा गांवों में विकास कार्य भी कराया जाएगा. जीआईएस (जियोग्राफिकल इनफार्मेशन सिस्टम) बेस्ड योजना तैयार कर इन चिन्हित ग्राम पंचायतों में विकास कार्य कराए जाएंगे.