हरदोईः आजादी के छह दशक बीत जाने के बाद भी बहुत से क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. गांव तो गांव शहर के मोहल्ले में भी लोगों के लिए विकास एक सपना सा बनकर रह गया है. वैसे तो जिम्मेदारों द्वारा विकास के बहुत से दावे किए जा रहे हैं लेकिन हकीकत इन दावों और वादों की पोल खोल रही है. जिले का आज़ाद नगर आज भी विकास की राह से कोसों दूर है.
सड़कें तालाब में तब्दील-
वहीं इस बार हुई मूसलाधार बारिश में यहां की सड़कें एक बार फिर तालाब में तब्दील हो गई हैं. ये पानी सिर्फ सड़कों तक ही सीमित नहीं है बल्कि लोगों की दुकानों और घरों में भी जाने लगा है. लेकिन जिला प्रशासन इस तरफ ध्यान देने को तैयार नहीं है.
ये इलाका वैसे तो ग्राम पंचायत में आता है लेकिन शहर के बीच में है और एक शहरी बस्ती में तब्दील हो चुका है. पूर्व में यहां के ग्राम पंचायत के खाते में तमाम अनियमितताएं पाए जाने पर खाते को सीज कर दिया गया था. यहां ड्रेनेज व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जल्द ही काम कराया जाएगा. साथ ही प्लॉटों में लगे कूड़े को हटवाकर पक्के कूड़ाघरों का निर्माण कराया जाएगा.
पुलकित खरे, डीएम