हरदोई: केंद्र सरकार द्वारा तीन तलाक बिल पास कर दिया गया है लेकिन मुस्लिम महिलाओं पर होने वाले अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. जिले में दो अलग-अलग घटनाओं में पतियों ने पत्नियों को तलाक दे दिया. पहली घटना में फोन पर तीन तलाक तो वहीं दूसरी घटना में महिला को सामने से बोलकर तीन तलाक दे दिया गया. दोनों मामलों की पुलिस से शिकायत की गई. मामले में पुलिस अधीक्षक ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
पहली घटना
- तीन तलाक के यह दोनों मामले हरदोई जिले के अलग-अलग थाना इलाके के हैं.
- पहली घटना में दहेज की मांग पूरी न होने पर पति ने पत्नी को तीन तलाक दे दिया.
- थाना बेहटा गोकुल इलाके के आंटदानपुर की रहने वाली नूरजहां का निकाह 3 साल पहले लखीमपुर जिले के थाना पसगवां इलाके के बनका के रहने वाले फैयाजशाह के साथ हुआ था.
- शादी के बाद फैयाज अपनी पत्नी से दहेज में मोटरसाइकिल और 20 हजार रुपयों की मांग करने लगा.
- मांग पूरी न होने पर उसने नूरजहां की पिटाई की और अपने घर से निकाल दिया.
- इस कारण से पिछले 9 माह से नूरजहां अपने पिता के यहां आंटदानपुर में रह रही थी.
- दहेज की मांग पूरी न होने पर फैयाजशाह ने उसे फोन पर तीन तलाक दे दिया.
पढ़ें- 20 साल बाद पति ने फोन पर दिया तीन तलाक, SSP ने दिए FIR के आदेश
दूसरी घटना
- दूसरी घटना थाना कछौना इलाके के बैरागी खेड़ा की है.
- यहां के रहने वाले आजाद का निकाह आयशा के साथ 12 वर्ष पूर्व हुआ था.
- 5 वर्ष पहले आजाद दिल्ली नौकरी करने चला गया और वहां से वह कभी-कभी आता था.
- पीड़िता का आरोप है कि इस दौरान आयशा अपने पिता के यहां आकर रहने लगी.
- इस दौरान उसे पता चला कि 21 जून 2019 को उसके पति आजाद ने दूसरा निकाह कर लिया.
- इसके बाद वह अपनी ससुराल बैरागी खेड़ा गई, जहां से उसके पति और ससुराल वालों ने उसे मारपीट कर भगा दिया.
- उसने कानून की शरण ली, यह जानकर आजाद दिल्ली से अपने घर वापस आया.
- इसके बाद आजाद ने बात करने के लिए आयशा को मायके से अपने घर बुलाया और तीन तलाक दे दिया.
शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश
- तीन तलाक पीड़ितों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की है.
- पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने इस मामले में महिला थाना को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.
दो मामले तीन तलाक से संबंधित आए थे. इन मामलों में पीड़िताओं की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की करने के आदेश दिए गए हैं.
आलोक प्रियदर्शी, पुलिस अधीक्षक