हरदोई: दीपावली के मौके पर स्वरोजगार और हस्तनिर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी शिल्प महोत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर देश भर के स्वदेशी और हस्तनिर्मित उत्पादों के 50 से अधिक स्टॉल लगाए गए. इनमें कई उत्पाद लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. शिल्प महोत्सव में शहरी और तमाम दूर-दराज इलाकों से लोग आकर देशी सामानों की खरीददारी कर रहे हैं. इस शिल्प महोत्सव प्रदर्शनी से लोगों को कई प्रदेशों का निर्मित सामान मिल सकेगा.
14 दिनों तक चलेगी ये प्रदर्शनी
इस स्वदेशी शिल्प महोत्सव का आयोजन पुष्पांजलि सेवा संस्थान के निर्देशन में किया गया. यह महोत्सव राजकीय इंटर कालेज के मैदान में 12 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक चलेगा. 14 दिनों तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का उद्देश्य स्वदेशी वस्तुओं एवं स्वरोजगार को बढ़ावा देना है. इस मौके पर देश भर से आए नामी हस्तनिर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया गया.
युवाओं को मिलेगा स्वरोजगार
कुछ गरीब तबके के लोग जो सामान तो अच्छा निर्मित कर लेते हैं, लेकिन उनको अच्छा प्लेटफार्म नहीं मिल पाता. ऐसे में वह कहीं बाहर नौकरी करने जाते हैं तो उन्हें 8 या 10 हजार की नौकरी मिलती है. स्वरोजगार के माध्यम से वह खुद 15-20 हजार की नौकरी अन्य लोगों को दे सकते हैं.
इन सामग्रियों की लगी प्रदर्शनी
प्रदर्शनी में गुजरात की साड़ियां, बनारसी 100 ग्राम की साड़ियां, राजस्थान का चूर्ण सुपारी, संतकृपाल दर्दनाशक तेल, जड़ी बूटी, डिजायनर फैंशी वस्त्रों, आयुर्वेदिक औषधियों, हैंडलूम के वस्त्र, खादी, तमाम कलाकृतियां, फर्नीचर व अन्य तमाम देशी हस्तनिर्मित वस्तुओं की 50 दुकानें लगायी गईं हैं, ताकि स्वदेशी को बढ़ावा मिले और लोग अपनी आय में वृद्धि कर सकें.
इस हस्तशिल्प महोत्सव में देश के तमाम प्रदेशों से हस्त निर्मित एवं ग्रामीण इलाकों के कारीगरों के द्वारा निर्मित की गई वस्तुओं की प्रदर्शनी आयोजित की गई है. इसका मकसद स्वदेशी और स्वरोजगार को बढ़ावा देना है, ताकि लोग स्वरोजगार की ओर आकर्षित हों और उनकी आमदनी में इजाफा हो सके. पिछली बार की तुलना में इस बार लोगों का स्वदेशी वस्तुओं की ओर काफी रुझान बढ़ा है और भारी संख्या में लोग खरीददारी कर रहे हैं.
- आर. के. अवस्थी, मैनेजर प्रदर्शनी