हरदोई: एंबुलेंस चालकों की स्ट्राइक वार्ता के बाद मिले आश्वासन के बाद खत्म हो गई है. एंबुलेंस चालक वापस अपने काम पर लौट आए हैं और आकस्मिक सेवाएं फिर से बहाल हो गई हैं. एंबुलेंस चालक मांगों को लेकर स्ट्राइक पर थे. सट्राइक से आकस्मिक सेवाएं पूर्णतया बाधित हो गई थीं, जिसके चलते लोगों को तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था.
एंबुलेंस चालकों का हड़ताल खत्म-
प्रदेश में एंबुलेंस चालक सामूहिक रूप से स्ट्राइक पर चले गये थे. जिले में फिलहाल एंबुलेंस चालकों ने सार्थक बातचीत के आश्वासन के बाद स्ट्राइक खत्म कर दी है और इमरजेंसी सेवाएं फिर से बहाल हो गई हैं. हालांकि बुधवार 12 बजे तक इन समस्याओं के निराकरण कराने का आश्वासन एंबुलेंस चालकों को प्रदेश स्तर के नेताओं को जीवीके कंपनी के अधिकारियों ने दिया है. आश्वासन के बाद एंबुलेंस चालक वापस काम पर लौट आए और आकस्मिक सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं.
हालांकि अंतिम दौर में चल रही दोनों पक्षों के बीच वार्ता का कोई हल नहीं निकलता है तो एंबुलेंस चालक फिर से स्ट्राइक पर लौटेंगे. फिलहाल एंबुलेंस सेवाएं बहाल होने से लोगों ने राहत की सांस ली है. दरअसल, एंबुलेंस चालकों की मांग थी कि पायलट प्रोजेक्ट को खत्म किया जाए और मानदेय को लेकर भी मांग थी. इसके बाद प्रदेश भर के सभी जिलों में 102 और 108 एंबुलेंस चालकों ने स्ट्राइक कर दी थी.
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एंबुलेंस संघ के जिला अध्यक्ष ने दी जानकारी-
एएलएस एंबुलेंस संघ के जिला अध्यक्ष सलिल दीक्षित ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच वार्ता अंतिम दौर में है और कंपनी के अधिकारियों से बातचीत चल रही है. फिलहाल उनकी मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया है, जिसके चलते वह लोग अपनी हड़ताल खत्म कर काम पर वापस लौट रहे हैं. अगर बुधवार 12 बजे तक उनकी मांगें न मानी गई तो फिर हड़ताल की जाएगी.
जीवीके कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक ने कही ये बातें-
इस बारे में जीवीके कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक विकास मणि त्रिपाठी का कहना है कि कंपनी के अधिकारियों से एंबुलेंस संचालकों के प्रदेश स्तर के नेताओं से बातचीत हुई है. बातचीत सार्थक रही है. इन लोगों की मांगों को पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया है और यह लोग अपने काम पर वापस लौट रहे हैं.