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यहां शिक्षा के बाद चलती है नशे की 'पाठशाला' - school of hardoi became second home for drugers

जिले के रेलवे गंज इलाके के विद्यालय दिन-प्रतिदिन नशेड़ियों के अड्डे बनते चले जा रहे हैं. वहीं कई बार इसकी शिकायत की जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. ताजा मामला हरदोई जिले का है. जहां सरकारी स्कूल को नशेड़ियों ने अपना अड्डा बना रखा है.

नशेड़ियों का अड्डा बना विद्यालय.
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Published : Jun 8, 2019, 6:37 PM IST

हरदोई: एक तरफ शिक्षा विभाग शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का दावा कर रहै है, वहीं इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले के परिषदीय विद्यालय दिन-प्रतिदिन नशेड़ियों के अड्डे बनते चले जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं.

नजारा यह है कि इधर विद्यालय में बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं, तो उधर नशेड़ी नशा करते हैं. वहीं अब विद्यालय के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि अब स्थानीय लोगों के लिए भी यह नशेड़ी सिर दर्द बने हुए हैं.

नशेड़ियों का अड्डा बना विद्यालय.


नशेड़ियों का अड्डा बना यह विद्यालय-

  • जिले के रेलवे गंज इलाके में तीन प्राथमिक विद्यालय हैं.
  • सरकारी उदासीनता के चलते यह विद्यालय नेशेड़ियों और जुआरियों का अड्डा बना हुआ है.
  • रेलवे गंज के प्राथमिक विद्यालय और बालक जूनियर विद्यालय एक ही परिसर में संचालित हो रहे हैं.
  • यहां सैकड़ों बच्चे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं. साथ ही यहां तीन से चार शिक्षक और शिक्षिकाओं का स्टॉफ भी मौजूद है.
  • विद्यालय की खिड़कियों से लेकर पीछे की बाउंड्री टूटी होने की वजह से नशेड़ी अंदर आते हैं.
  • विद्यालय भवन में आए लोग सिरिंज से नशीली दवाएं लेते हैं

वहीं स्थानीय निवासी का कहना है कि विद्यालय के लोगों और स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इस मामले की शिकायत की जा चुकी है, लेकिन यह समस्या जस की तस बनी हुई है.


मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही प्रशासन को इस मामले से अवगत कराया जाएगा. साथ ही टूटी बाउंड्री वॉल और जर्जर इमारत को भी जल्द दुरुस्त कराया जाएगा.
-हेमंत राव, बीएसए

हरदोई: एक तरफ शिक्षा विभाग शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने का दावा कर रहै है, वहीं इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. जिले के परिषदीय विद्यालय दिन-प्रतिदिन नशेड़ियों के अड्डे बनते चले जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदार इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं.

नजारा यह है कि इधर विद्यालय में बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं, तो उधर नशेड़ी नशा करते हैं. वहीं अब विद्यालय के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि अब स्थानीय लोगों के लिए भी यह नशेड़ी सिर दर्द बने हुए हैं.

नशेड़ियों का अड्डा बना विद्यालय.


नशेड़ियों का अड्डा बना यह विद्यालय-

  • जिले के रेलवे गंज इलाके में तीन प्राथमिक विद्यालय हैं.
  • सरकारी उदासीनता के चलते यह विद्यालय नेशेड़ियों और जुआरियों का अड्डा बना हुआ है.
  • रेलवे गंज के प्राथमिक विद्यालय और बालक जूनियर विद्यालय एक ही परिसर में संचालित हो रहे हैं.
  • यहां सैकड़ों बच्चे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं. साथ ही यहां तीन से चार शिक्षक और शिक्षिकाओं का स्टॉफ भी मौजूद है.
  • विद्यालय की खिड़कियों से लेकर पीछे की बाउंड्री टूटी होने की वजह से नशेड़ी अंदर आते हैं.
  • विद्यालय भवन में आए लोग सिरिंज से नशीली दवाएं लेते हैं

वहीं स्थानीय निवासी का कहना है कि विद्यालय के लोगों और स्थानीय लोगों द्वारा कई बार इस मामले की शिकायत की जा चुकी है, लेकिन यह समस्या जस की तस बनी हुई है.


मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही प्रशासन को इस मामले से अवगत कराया जाएगा. साथ ही टूटी बाउंड्री वॉल और जर्जर इमारत को भी जल्द दुरुस्त कराया जाएगा.
-हेमंत राव, बीएसए

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर----जिले के परिषदीय विद्यालय दिन ब दिन नशेड़ियों का अड्डा बनते चले जा रहे हैं।तो शिक्षा विभाग के जिम्मेदार इस तरफ ध्यान तक देना जरूरी नहीं समझ रहे हैं।आलम ये है की इधर विद्यालय ने बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं, तो उधर नशेड़ी नशा करते नज़र आते हैं।सिर्फ विद्यालय के लोग ही नहीं बल्कि अब इलाक़ाई लोगों के लिए भी ये नशेड़ी सिर दर्द बने हुए हैं।नशेड़ियों के साथ ही अन्य अराजक तत्व व जुआरियों के लिए भी नगरीय क्षेत्र के ये प्राथमिक विद्यालय एक अड्डा बन चुके हैं।ऐसे में शिक्षा विभाग की कार्यशैली के ऊपर ये पैदा हुई समस्या एक प्रशनवाचक जरूर लगा रही है।तो जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग मामले की सुध तक लेने को तैयार नहीं हैं।


Body:वीओ--1-- हरदोई जिले के रेलवे गंज इलाके में 3 प्राथमिक विद्यालय मौजूद हैं। जो कि शहर के एक बेहद रिहायशी इलाके में हैं और पुलिस चौकी रेलवे गंज से 500 मीटर तो एसपी कार्यालय व जिला मुख्यालय से 1 किलोमीटर की दूरी पर हैं। लेकिन यहां पसरी अव्यवस्थाएं और नशेड़ी व जुआरियों की भरमार जिले के जिम्मेसरों की उदासीनता को बयान कर रहे हैं।तस्वीरें हैं रेलवे गंज के प्राथमिक विद्यालय तृतीय व बालक जूनियर विद्यालय की,जो कि एक ही परिसर में संचालित हो रहे हैं।यहां पर सैकड़ों बच्चे जूनियर में व सैकड़ों नौनिहाल प्राथमिक विद्यालय में मौजूद हैं।इसी के साथ करीब तीन से चार शिक्षक व शिक्षिकाओं का स्टाफ भी मौजूद है।लेकिन ये सभी खतरे के साए में रह रहे हैं और जब तक विद्यालय में रहते हैं तब तक डरे सहमे रहते हैं।इसका कारण यहां आने वाले स्मैकिए व जुआरी आदि हैं।जैसा कि आप देख सकते हैं कि विद्यालय के भवन में मौजूद ये युवक जिससे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा है और जिसे इलाके के कुछ लोग विद्यालय से भगा रहे हैं,ये एक खतरनाक नशे का आदि है और सिरिंज से नशीली दवाओं का सेवन करता है।इलाकाई लोगों ने इनके द्वारा इस्तेमाल में लाई जाने वाली नशे की सामग्रियों की जकनकारी दी गयी व उन्हें कैमरे के सामने दिखाया भी गया।स्थानीय निवासी एक युवक ने कहा कि विद्यालय के लोगों व इलाकाई लोगों द्वारा कई बार इस मामले की शिकायत की जा चुकी है लेकिन ये समस्या विगत लम्बे समय से ऐसे ही बरकरार है, आज भी ये अराजकतत्व विद्यालय व इलाके के लोगों के लिए सरदर्द बने हुए हैं।

विसुअल विद वॉइस ओवर
बाईट--सुरेश--स्थानीय निवासी

वीओ--2--इस विद्यालय में सुरक्षा की दृष्टि से कोई भी खास इंतज़ाम नहीं हैं, तो यहां की बदहाली भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।विद्यालय के आगे जितना बड़ा गेट लगा है उतना ही हिस्सा विद्यालय के पीछे का खुला पड़ा रहता है, जिससे ये अराजक तत्व अंदर आते हैं।यहां ताला लगे या न लगे एक ही बात है, क्योंकि खिड़कियों से लेकर पीछे की बाउंड्री वाल तक सब जर्जर और बदहाल है।चारों तरफ से खुला ये विद्यालय कहीं और का नहीं बल्कि शहर के बीचों बीच मौजूद एक रिहायशी इलाके का है।वहीं विद्यालय में जगह जगह नशे की सामग्री भारी संख्या में रोजाना बच्चों की नजरों के सामने पड़ती है और अब तो इन्हें इस्तेमाल करने वाले नशेड़ी भी बच्चों के सामने ही नशा किया करते हैं।इसका बच्चों पर मानसिक रूप से गलत असर तो पड़ेगा ही साथ ही उनके लिए ये अराजक तत्व एक खतरा भी बने हुए हैं।
इस पर बीएसए हेमंत राव ने मामले की जांच कराकर कार्यवाही किये जाने व प्रशासन को अवगत कराये जाने की बात जरूर कही।वहीं टूटी बाउंड्री वॉल व जर्जर इमारत को भी दुरुस्त कराये जाने का आश्वासन दिया।

बाईट--हेमंत राव--बीएसए हरदोई

पीटूसी


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