हरदोई: जिले में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में बेहतर प्रदर्शन करने और अव्वल स्थान हासिल करने के लिए जिम्मेदारों ने सभी तैयारियां पूरे होने का दावा पेश किया है. वहीं आज भी जिले में चारों तरफ कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और साफ-सफाई के नाम पर नगर पालिका के जिम्मेदार खानापूर्ति करने का काम कर रहे हैं.
हरदोई जिले की नगर पालिका परिषद ने पूर्व में हुए स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में देश में 116वां तो प्रदेश में 8वां स्थान हासिल किया था. इस बार जिम्मेदार अव्वल आने की तैयारियों में लगे हुए हैं. 4 जनवरी से 31 जनवरी तक चलने वाला ये सर्वेक्षण अभियान हरदोई को क्या रैंक देगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा. फिलहाल जिन पहलुओं को आंककर इस सर्वेक्षण को किया जाता है, वो फिलहाल नगर पालिका के पक्ष में आता नहीं दिखाई दे रहा है.
ईटीवी भारत की टीम ने लिया जायजा
इस अभियान में जिले की साफ-सफाई के आधार पर, आवश्यक जगहों पर कूड़े दानों की उपलब्धता के आधार पर, लोगों के फीडबैक आदि के आधार पर जिले को रैंक किया जाएगा. ईटीवी भारत की टीम ने शहर का जायजा लिया तो हालात दयनीय दिखे.
सामने आई नगर पालिका की लापरवाही
जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट से लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने लगा कूड़े का ढेर और यहां किसी भी कूड़ादान का न रखा होना हरदोई नगर पालिका की लापरवाही को जाहिर कर रहा है. महिला थाने और एसपी कार्यालय के बाहर का नाला भी विगत लंबे समय से चोक पड़ा हुआ है, जिससे यहां जलभराव की स्थिति हमेशा बनी रहती है.
नहीं आते सफाई कर्मचारी
कचहरी रोड पर जिला होमगार्ड कमांडेंट कार्यालय के सामने लगा कूड़े का ढेर भी विगत लंबे समय से ऐसे ही जस का तस है. इस कूड़े को उठाने के लिए न ही तो कोई कर्मचारी आता है और न ही यहां किसी कूड़ेदान को रखा गया है. शहर के अन्य रिहायशी इलाकों और मुख्य चौराहों का भी यही हाल है.
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डीएम ने दिए निर्देश
ऐसे में जब जनपदवासियों से बात की गई तो उन्होंने नगर पालिका की उदासीनता से अवगत कराया. डीएम ने नगर पालिका के जिम्मेदारों को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सभी इंतजाम पुख्ता करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन कैमरे में कैद शहरी इलाकों की ये तस्वीरें कुछ और ही बयान कर रही हैं.