हरदोई: जिलाधिकारी पुलकित खरे को निजी नर्सिंग होम द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट फेंके जाने की शिकायत मिली थी. जिसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस के रावत ने निजी नर्सिंग होम में बायो मेडिकल वेस्ट की जांच के लिए एडिशनल सीएमओ डॉक्टर स्वामी दयाल और डॉक्टर विजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की है. यह टीम नर्सिंग होम में जाकर बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की जांच करेगी कि वहां पर बायो मेडिकल वेस्ट को सही तरीके से रखा जा रहा है. बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण किया जाता है या उसे खुले में कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है.
जाने क्या है मामला
- बीते दिनों जिले के निजी नर्सिंग होम द्वारा बायोमेडिकल वेस्ट को खुले में फेंके जाने की शिकायत जिलाधिकारी पुलकित खरे को मिली थी.
- जिसकी जांच के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एस के रावत ने निजी नर्सिंग होम में बायो मेडिकल वेस्ट की जांच के लिए एक टीम गठित की है.
- स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में संचालित होने वाले 47 निजी नर्सिंग होम जांच करगी.
- यह टीम इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर अपनी रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपेगी.
- जिसके बाद एनजीटी के नियमों के अनुसार दोषी पाए जाने पर नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.
बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिए सभी नर्सिंग होम की जांच के लिए टीम गठित की गई है. जो जिले में संचालित 47 नर्सिंग होम की बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की जांच करेगी और जिसके बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. रिपोर्ट के मुताबिक नर्सिंग होम संचालक पर कार्यवाही की जाएगी.
एस के रावत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, हरदोई