हरदोई: दो भाइयों को खुद के साथ गाड़ी लूट की झूठी शिकायत दर्ज कराना महंगा पड़ गया, जब पुलिस ने शिकायत पर गाड़ी बरामद कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, दोनों भाइयों ने पुलिस को यह सूचना दी थी कि रास्ते में आते समय अज्ञात लोगों ने तमंचा दिखाकर उनकी बोलेरो गाड़ी छीन ली.
पुलिस ने दोनों भाइयों की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि दोनों भाइयों ने फाइनेंस कंपनी की रकम न चुकानी पड़े, इसलिए इस साजिश को रचा था. पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार करने के साथ ही चौपहिया वाहन को भी बरामद कर लिया है. इनके दो अन्य साथियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है, जो इनके साथ इस साजिश का हिस्सा थे.
थाने पर गाड़ी लूट की दी झूठी सूचना
कोतवाली बिलग्राम इलाके के पसनेर गांव के रहने वाले दो युवक अजीत सिंह और धर्मेंद्र सिंह को पुलिस ने धोखाधड़ी और गलत सूचना दर्ज कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इन्होंने तीन फरवरी को पुलिस को सूचना दी थी कि अज्ञात लोगों ने तमंचा दिखाकर उनकी बोलेरो गाड़ी को लूट ली. सूचना पर इलाकाई पुलिस ने आनन-फानन में लूट का मुकदमा दर्ज कर जब जांच शुरू की तो मामला झूठा निकला.
फाइनेंस की रकम न चुकाने पड़े, इसलिए रची थी साजिश
पुलिस अधीक्षक अशोक प्रियदर्शी ने बताया किदोनों भाइयों ने अपने साथी मुन्नू और शिवनंदन के साथ मिलकर यह पूरी साजिश रची थी. इन्होंने अपनी गाड़ी की लूट की झूठी सूचना दर्ज कराई थी और अपनी गाड़ी का नंबर बदलकर स्वयं चला रहे थे. चूंकि अजीत सिंह ने गाड़ी फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस पर ले आई थी, लिहाजा, चार लाख 50 हजार की देनदारी से बचने के लिए इन्होंने इस साजिश को अंजाम दिया था, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया.