हरदोईः जिले में तिहरे हत्याकांड के अभियुक्त पर एनएसए की कार्रवाई की गई है. 31 अगस्त की रात एक आश्रम में साधु, उनके बेटे और शिष्या की ईंट-पत्थरों से कुचल कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 48 बीघे जमीन के लालच में हत्या करने वाले संत के शिष्य और उसके साथियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने एक अभियुक्त के खिलाफ पूर्व में एनएसए की कार्रवाई की थी. अब इसी मामले में पुलिस और जिला प्रशासन ने दूसरे अभियुक्त पर भी एनएसए की कार्रवाई की है.
तिहरे हत्याकांड के आरोपी पर लगा एनएसए
यूपी के हरदोई जिले में टडियावां थाना इलाके के कुहामऊ गांव के बाहर 31 अगस्त की रात को तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस तिहरे हत्याकांड में गांव के बाहर आश्रम बनाकर रह रहे संत हीरा दास (70), उनके बेटे नेतराम (40) और शिष्या मीरा दास (65) को ईंट पथरों से कुचल कर मार दिया गया था. इस हत्याकांड को संत हीरा दास के शिष्य रक्षपाल निवासी रौतापुर थाना मझिला, उसके साले संजय निवासी नीर थाना कोतवाली देहात और राजीव निवासी बंदरहा थाना पिहानी ने अंजाम दिया था. इस मामले में पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पूर्व में पुलिस ने राजीव सिंह के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की थी. इस मुकदमे में आज जिला प्रशासन और पुलिस ने संजय पर भी एनएसए लगा दिया.
आश्रम की 48 बीघा जमीन थी हत्याकांड की वजह
संत हीरा दास कुहामऊ गांव के बाहर आश्रम बनाकर रहते थे. वहां उनकी शिष्या और बेटा भी रहते थे. आश्रम की 48 बीघे जमीन पर संत खेतीबाड़ी करते थे. एक साल पहले हिस्ट्रीशीटर रक्षपाल संत हीरादास का शिष्य बन गया था. इसके बाद उसने आश्रम की 48 बीघा जमीन को कब्जाने की भूमिका बनाई. उसने आश्रम और खेती पर कब्जा करने के लिए सुनियोजित तरीके से संत हीरादास से स्टांप पर वसीयत करा ली थी. इसे रजिस्टर्ड कराना बाकी था. रक्षपाल ने अपने साथी संजय और राजीव के साथ मिलकर तीनों की ईंट पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी. इसके बाद अपने साथियों को उनके घर पर छोड़ दिया था और गांव आकर खुद ही तीनों की हत्या की जानकारी पुलिस को दी थी.
ये बोले अधिकारी
थाना टडियावां क्षेत्र में 31 अगस्त को हुए तिहरे हत्याकांड में संजय नाम के एक अभियुक्त के खिलाफ पुलिस और जिला प्रशासन ने एनएसए की कार्रवाई की है. इस हत्याकांड में पहले भी एक अभियुक्त एनएसए की कार्रवाई की जा चुकी है.