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हरदोई: पान की खेती को बढ़ावा दे रहा उद्यान विभाग, मिलेंगी ये सुविधाएं

जिले में पान की खेती ने एक बार फिर जोर पकड़ा है. जिले में 50 फीसदी से अधिक अनुदान मिलने से देशी पान की पैदावार बढ़ी है, साथ ही कलकतिया और बंगाली पान की पैदावार भी अपने जोरों पर है. उद्यान विभाग के स्कीम पान किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है.

जिले में पान की खेती को बढ़ावा मिल रहा.
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Published : Jun 11, 2019, 6:59 PM IST

हरदोई: यह जिला एक कृषि प्रधान जिला माना जाता है. यहां ज्यादातर रबी की फसलें वृहद स्तर पर देखने को मिलती हैं, लेकिन इसके अलावा भी अब यहां के किसान अन्य फसलों की खेती की तरफ भी आकर्षित हो रहे हैं. जिले में उद्यान विभाग पान किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. उद्यान विभाग से तमाम योजनाओं व सुविधाओं का लाभ उठाकर किसान पान की खेती कर अपनी जीविका चला रहे हैं.

जानकारी देते जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार.

स्कीम का लाभ उठा रहे किसान

  • हरदोई में विगत लंबे समय से पान की खेती से किसानों का मोह भंग होता नजर आ रहा था.
  • जिससे यहां पान की खेती नाम मात्र की रह गयी थी, इसका असर यहां के पान व्यापारियों के ऊपर पड़ रहा था.
  • क्योंकि पान व्यापारी महंगी दरों पर पान बाहरी जिलों से खरीदते थे, जिससे कि पान के दाम भी आसमान छूने लगे थे.
  • लेकिन उद्यान विभाग में अब पान किसानों के लिए बेहतर और फायदेमंद स्कीमें हैं, जिनका लाभ वर्ष भर में जिले के करीब 5 सौ किसान उठा चुके हैं.

3 वर्ष पूर्व अनुदान पर रोक लगा दी गई थी

  • दरअसल पान की खेती करने के लिए मिलने वाले अनुदान पर आज से करीब तीन वर्ष पूर्व रोक लगा दी गयी थी.
  • लेकिन अब कम जमीन पर खेती करने पर अनुदान भी ज्यादा दिया जा रहा है.
  • इस योजना के फिर से शुरू होने से किसानों की रुचि इस तरफ बढ़ती भी दिखाई दे रही है.
  • जिले में अभी तक सिर्फ देशी पान की खेती ही होती थी.
  • अब 50 फीसदी से भी अधिक अनुदान मिलने जिले में देशी पान की पैदावार तो बढ़ी है, साथ ही कलकतिया और बंगाली पान की पैदावार भी अपने जोरों पर है.
  • इससे अब पान व्यापारियों को गैर जनपदों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं.
  • साथ ही जिले में पान खाने के शौकीनों को भी सस्ती दरों पर अच्छी क्वालिटी के पान उपलब्ध हो पा रहे हैं.

अब जिले में कलकतिया और बंगाली पान की खेती में भी किसान रुचि दिखा रहे हैं. किसानों को 500 वर्ग फुट पर 25 हजार तक का अनुदान दिया जा रहा है. पूर्व में किसानों का मोह इस तरफ से भंग हो गया था, लेकिन कुछ समय पूर्व से जब इस तरह की सुविधाएं दी जाने लगी, तब से जिले में फिर से पान की खेती ने जोर पकड़ा है.
सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी, हरदोई

हरदोई: यह जिला एक कृषि प्रधान जिला माना जाता है. यहां ज्यादातर रबी की फसलें वृहद स्तर पर देखने को मिलती हैं, लेकिन इसके अलावा भी अब यहां के किसान अन्य फसलों की खेती की तरफ भी आकर्षित हो रहे हैं. जिले में उद्यान विभाग पान किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. उद्यान विभाग से तमाम योजनाओं व सुविधाओं का लाभ उठाकर किसान पान की खेती कर अपनी जीविका चला रहे हैं.

जानकारी देते जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार.

स्कीम का लाभ उठा रहे किसान

  • हरदोई में विगत लंबे समय से पान की खेती से किसानों का मोह भंग होता नजर आ रहा था.
  • जिससे यहां पान की खेती नाम मात्र की रह गयी थी, इसका असर यहां के पान व्यापारियों के ऊपर पड़ रहा था.
  • क्योंकि पान व्यापारी महंगी दरों पर पान बाहरी जिलों से खरीदते थे, जिससे कि पान के दाम भी आसमान छूने लगे थे.
  • लेकिन उद्यान विभाग में अब पान किसानों के लिए बेहतर और फायदेमंद स्कीमें हैं, जिनका लाभ वर्ष भर में जिले के करीब 5 सौ किसान उठा चुके हैं.

3 वर्ष पूर्व अनुदान पर रोक लगा दी गई थी

  • दरअसल पान की खेती करने के लिए मिलने वाले अनुदान पर आज से करीब तीन वर्ष पूर्व रोक लगा दी गयी थी.
  • लेकिन अब कम जमीन पर खेती करने पर अनुदान भी ज्यादा दिया जा रहा है.
  • इस योजना के फिर से शुरू होने से किसानों की रुचि इस तरफ बढ़ती भी दिखाई दे रही है.
  • जिले में अभी तक सिर्फ देशी पान की खेती ही होती थी.
  • अब 50 फीसदी से भी अधिक अनुदान मिलने जिले में देशी पान की पैदावार तो बढ़ी है, साथ ही कलकतिया और बंगाली पान की पैदावार भी अपने जोरों पर है.
  • इससे अब पान व्यापारियों को गैर जनपदों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं.
  • साथ ही जिले में पान खाने के शौकीनों को भी सस्ती दरों पर अच्छी क्वालिटी के पान उपलब्ध हो पा रहे हैं.

अब जिले में कलकतिया और बंगाली पान की खेती में भी किसान रुचि दिखा रहे हैं. किसानों को 500 वर्ग फुट पर 25 हजार तक का अनुदान दिया जा रहा है. पूर्व में किसानों का मोह इस तरफ से भंग हो गया था, लेकिन कुछ समय पूर्व से जब इस तरह की सुविधाएं दी जाने लगी, तब से जिले में फिर से पान की खेती ने जोर पकड़ा है.
सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी, हरदोई

Intro:आकाश शुक्ला हरदोई। 9919941250

एंकर----हरदोई जिला एक कृषि प्रधान जिला माना जाता है।यहां ज्यादातर रबी की फसलें वृहद स्तर पर देखने को मिलती हैं।लेकिन इसके अलावा भी अब यहां के किसान अन्य फसलों की खेती की तरफ भी आकर्षित हो रहे हैं।हालांकि पर्याप्त सुविधाएं न मिल पाने से अन्य फसलों या उत्पादों की खेती करने से किसानों का मोह भंग होता नजर आता था। लेकिन अब उद्यान विभाग से तमाम योजनाओं व सुविधाओं का लाभ उठाकर किसान और क्षेत्रों की तरफ भी आकर्षित होते नज़र आ रहे हैं।इस दौरान जिले में पान किसानों के लिए उद्यान विभाग वरदान साबित हो रहा है।इसका जीतता जात्ता उदाहरण जिले के सैकड़ों ऐसे किसान हैं जो अभी तक पान की खेती में रुचि नहीं रखते थे लेकिन अब वे इस खेती को कर अपनी जीविका चला रहे हैं।


Body:वीओ--1--हरदोई में विगत लंबे समय से पान की खेती से किसानों का मोह भंग होता नज़र आरहा था।जिससे यहां पान की खेती नाममात्र ही रह गयी थी।जिसका असर यहां के पान व्यापारियों और पान खाने के शौखीं लोगों के ऊपर पड़ रहा था।क्योंकि पान व्यापारी महंगी दरों पर पान बाहरी जिलों से खरीदते थे, जिससे कि पान के दाम भी आसमान छूने लगे थे।लेकिन उद्यान विभाग में अब पान किसानों के लिए बेहतर और फायदेमंद स्कीमें हैं, जिनका लाभ वर्ष भर में जिले के करीब 5 सौ किसान उठा चुके हैं।दरअसल पान की खेती करने के लिए मिलने वाले अनुदान पर आज से करीब तीन वर्ष पूर्व रोक लगा दी गयी थी।जिससे कि पान किसानों का मोह इस तरफ से भांग हो गया था।लेकिन अब कम जमीन पर खेती करने पर अनुदान भी ज्यादा दिया जा रहा है।ऐसा छोटे किसानों के लिए किया गया है जिनके पास जमीन कम है।इस योजना के फिर से शुरू होने से किसानों की रुचि इस तरफ बढ़ती भी दिखाई दे रही है।जिले में अभी तक सिर्फ देशी पान की खेती ही होती थी जोकि की नाममात्र थी।लेकिन 50 फीसदी से भी अधिक अनुदान मिलना जबसे शुरू हुआ तबसे जिले में देशी पान की पैदावार तो बढ़ी ही साथ ही कलकतिया और बंगाली पान की पैदावार भी अपने जोरों पर है।इससे अब पान व्यापारियों को गैर जनपदों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं।साथ ही जिले में पान खाने के शौखीनों को भी सस्ती दरों पर अच्छी क़्वालिटी के पान उपलब्ध हो पा रहे हैं।

विसुअल

वीओ--2--इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी सुरेश कुमार ने जानकारी दी कि अब जिले में कलकतिया और बंगाली पान की खेती में भी किसान रुचि दिख रहे हैं।कहा कि अब किसानों को 500 वर्ग फुट पर 25 हज़ार तक का अनुदान दिया जा रहा है।कहा कि पूर्व में किसानों का मोह इस तरफ से भांग हो गया था लेकिन कुछ समय पूर्व से जब इस तरह की सुविधाएं दी जाने लगी तबसे जिले में फिर से पान की खेती ने जोर पकड़ा है।कहा कि इससे जिले में पान की पैदावार जोर पकड़ेगी और भविष्य में लोग हरदोई से पान की खरीद करने भी आएंगे।

बाईट--सुरेश कुमार--जिला उद्यान अधिकारी हरदोई

पीटूसी


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