हरदोई: यह जिला एक कृषि प्रधान जिला माना जाता है. यहां ज्यादातर रबी की फसलें वृहद स्तर पर देखने को मिलती हैं, लेकिन इसके अलावा भी अब यहां के किसान अन्य फसलों की खेती की तरफ भी आकर्षित हो रहे हैं. जिले में उद्यान विभाग पान किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है. उद्यान विभाग से तमाम योजनाओं व सुविधाओं का लाभ उठाकर किसान पान की खेती कर अपनी जीविका चला रहे हैं.
स्कीम का लाभ उठा रहे किसान
- हरदोई में विगत लंबे समय से पान की खेती से किसानों का मोह भंग होता नजर आ रहा था.
- जिससे यहां पान की खेती नाम मात्र की रह गयी थी, इसका असर यहां के पान व्यापारियों के ऊपर पड़ रहा था.
- क्योंकि पान व्यापारी महंगी दरों पर पान बाहरी जिलों से खरीदते थे, जिससे कि पान के दाम भी आसमान छूने लगे थे.
- लेकिन उद्यान विभाग में अब पान किसानों के लिए बेहतर और फायदेमंद स्कीमें हैं, जिनका लाभ वर्ष भर में जिले के करीब 5 सौ किसान उठा चुके हैं.
3 वर्ष पूर्व अनुदान पर रोक लगा दी गई थी
- दरअसल पान की खेती करने के लिए मिलने वाले अनुदान पर आज से करीब तीन वर्ष पूर्व रोक लगा दी गयी थी.
- लेकिन अब कम जमीन पर खेती करने पर अनुदान भी ज्यादा दिया जा रहा है.
- इस योजना के फिर से शुरू होने से किसानों की रुचि इस तरफ बढ़ती भी दिखाई दे रही है.
- जिले में अभी तक सिर्फ देशी पान की खेती ही होती थी.
- अब 50 फीसदी से भी अधिक अनुदान मिलने जिले में देशी पान की पैदावार तो बढ़ी है, साथ ही कलकतिया और बंगाली पान की पैदावार भी अपने जोरों पर है.
- इससे अब पान व्यापारियों को गैर जनपदों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं.
- साथ ही जिले में पान खाने के शौकीनों को भी सस्ती दरों पर अच्छी क्वालिटी के पान उपलब्ध हो पा रहे हैं.
अब जिले में कलकतिया और बंगाली पान की खेती में भी किसान रुचि दिखा रहे हैं. किसानों को 500 वर्ग फुट पर 25 हजार तक का अनुदान दिया जा रहा है. पूर्व में किसानों का मोह इस तरफ से भंग हो गया था, लेकिन कुछ समय पूर्व से जब इस तरह की सुविधाएं दी जाने लगी, तब से जिले में फिर से पान की खेती ने जोर पकड़ा है.
सुरेश कुमार, जिला उद्यान अधिकारी, हरदोई