हरदोई : जिले में पंचायत चुनाव को लेकर कार्रवाई में जुटी पुलिस को अब मुर्दों से भी शांति भंग का खतरा है. पुलिस का यह चौंकाने वाला अजीबो-गरीब कारनामा सामने आया है. दरअसल 4 साल पूर्व दो पक्षों के बीच मामूली बात पर विवाद हुआ था. पंचायत चुनाव को लेकर कार्रवाई के चलते पुलिस ने 3 साल पहले हुई एक शख्स की मौत के बाद भी उसके खिलाफ शांति भंग के तहत 107, 16 की कार्रवाई की है. पुलिस ने मृतक को एसडीएम सदर के समक्ष न्यायालय में उपस्थित होकर जमानत कराने का आदेश दिया है. पुलिस की लापरवाही का यह मामला सामने आने के बाद पुलिस अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच के साथ ही संबंधित थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा है. पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इस मामले में लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
मृतक से शांतिभंग का खतरा
पुलिस की लापरवाही का मामला हरदोई के थाना बघौली इलाके के भीठी गांव का है. पंचायत चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने एक मृतक के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की है. दरअसल गांव में 4 साल पूर्व रामआसरे, हरिश्चंद्र और गांव के रविशंकर के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. इस दौरान 3 वर्ष पूर्व हरिश्चंद्र की मौत हो गई. ऐसे में पंचायत चुनाव को लेकर शुरू हुई कार्रवाई के क्रम में थाना बघौली पुलिस ने रामआसरे, नरेश हरिश्चंद्र, रवि सिंह, राघवेंद्र सिंह, सतीश सिंह, गुड्डू सिंह, लव कुश, अशोक और दूसरे पक्ष के रविशंकर समेत तीन लोगों के खिलाफ 107, 16 की कार्रवाई की. उप जिलाधिकारी सदर के न्यायालय में उपस्थित होकर सभी को जमानत कराने का हुक्म दिया. पुलिस ने उप जिलाधिकारी न्यायालय में उपस्थित होकर 50 हजार की धनराशि के दो जमानत तथा इतनी ही धनराशि का व्यक्तिगत बंधपत्र 1 साल तक शांति व्यवस्था कायम रखने लिए दाखिल करने का आदेश दिया.
पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
मृतक हरिश्चंद्र के खिलाफ शांति भंग की आशंका में चालान के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. इस मामले में पुलिस अधिकारियों ने थानाध्यक्ष बघौली से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है. इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस ने दी जानकारी
इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी अनिल कुमार यादव ने बताया कि थाना बघौली क्षेत्र के नीभी गांव में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने शांति भंग के तहत कुछ लोगों पर कार्रवाई की. इस मामले में हरिश्चंद्र नाम के व्यक्ति के बारे में पता चला है कि इनकी मौत हो चुकी है. इस मामले में थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित कर दिया गया है कि शांति भंग की आशंका के तहत कार्रवाई करने से पहले भौतिक सत्यापन भी कर लें, ताकि इस तरह की लापरवाही ना हो.