हरदोई: जिले में अन्ना पशुओं को आश्रित करने के उद्देश्य से करीब 78 स्थाई और अस्थाई पशुआश्रय स्थलों का निर्माण कराया गया था. इन्हें बना कर तैयार तो कर दिया गया लेकिन यहां पशुओं को लाना और उन्हें रोके रखना आज भी जिला प्रशासन और नगर पालिका के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है. हालांकि नगर पालिका के कर्मचारी अपनी तरफ से इन मवेशियों को पकड़ने के पूरे प्रयास में लगे हुए हैं.
अवारा पशुओं को पकड़ने में लगी नगरपालिका-
जिले में सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं की धर-पकड़ कर उन्हें आश्रित करने के लिए जिलाधिकारी ने सख्त निर्दश जारी किए हैं. जिसके तहत नगर पालिका हरदोई ने तो कमर कस ली लेकिन अन्य पालिकाएं और नगर निकायों की स्थिति जस की तस है. नगर पालिका हरदोई ने शहर में घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़ना शुरू कर दिया है. जानवरों को उठाने वाली गाड़ियों में दर्जनों कर्मचारी इस अभियान को सफल बनाने के लिए पुरजोर प्रयास कर रहे हैं. विगत दो दिनों से चल रहे इस अभियान के तहत शहरी इलाके से करीब 50 से अधिक आवारा पशुओं को पकड़ कर गौशालाओं में ले जाने का काम किया गया है.
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पालिका अध्यक्ष मधुर मिश्रा और जिलाधिकारी पुलकित खरे के निर्देशों पर इस अभियान को तेजी के साथ चलाया जा रहा है. जिससे कि जल्द से जल्द सड़कों पर घूम रहे ऐसे जानवर जो सड़क हादसों का कारण बनते हैं उन्हें आश्रित कर इन समस्याओं को दूर किया जा सके. खेतों में घुस कर किसानों की फसलें बरबाद करने वाले जानवरों से किसानों को भी निजात दिलाया जा सके.
राकेश गुप्ता, कर्मचारी नगर पालिका