हरदोई: जिले की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है जो फर्जी आईडी पर सिम एक्टिवेट कर खुलेआम बाजार में बेचा करते थे. पुलिस ने गैंग के सरगना समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है.इस मामले के खुलासे के बाद फर्जी सिम बेचने और खरीदने वाले लोगों में हड़कंप मचा हुआ है.
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों पर गैंग के मुखिया अमित गुप्ता की अगुवाई में मल्लावां में फर्जी आईडी पर भारत संचार निगम लिमिटेड कंपनी के एक्टिवेटेड सिम बाजार में खुलेआम बेचने का आरोप है, पुलिस ने इनके पास से 12,000 से अधिक एक्टिवेटेड सिम 35,500 रुपये नगद, दो प्रिंटर, तीन लैपटॉप, 8 पैकेट फोटो पेपर, एक अल्टो गाड़ी और 7 मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
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गैंग के मुखिया के पास थी बीएसएनएल की फ्रेंचाइजी
कस्बा मल्लावां में रहने वाले गैंग के मुखिया अमित गुप्ता के पास बीएसएनएल की फ्रेंचाइजी थी और उनके अन्य लोग उसके यहां काम करते थे, दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि फर्जी आईडी पर कोतवाली मल्लावां इलाके में लगातार से बेचे जा रहे हैं. जिनका बाजार में इस्तेमाल हो रहा है. पुलिस ने इस आधार पर छापेमारी कर चारों आरोपियों को को अलग-अलग जगह से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
सरकार ने एक आईडी पर 9 सिम खरीदने का रखा है प्रावधान
आपको बता दें कि भारत सरकार ने नए नियमों के तहत एक आईडी पर 9 से ज्यादा अधिक सिम कार्ड नहीं खरीदे जाने का प्रावधान कर रखा है. ऐसे में यह लोग फर्जी आईडी पर सिम का रजिस्ट्रेशन करते थे और उन्हें महंगे दामों में बाजार में बेच दिया करते थे. जिसके चलते अपराधी या फिर आतंकी घटनाओं में इन सिम कार्ड का प्रयोग किया जा सकता था, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गैंग का पर्दाफाश किया है.
कोतवाली मल्लावां इलाके में ये लोगबीएसएनल के सिम फर्जी आईडी पर रजिस्टर्ड कर बेच रहे थे ,और इन सिमों का किसी आपराधिक गतिविधि में इस्तेमाल हो सकता था या फिर इनका दुरुपयोग किया जा सकता था. इस सूचना पर क्राइम ब्रांच ने छापेमारी के दौरान फ्रेंचाइजर और उसके यहां काम करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनके कब्जे से 12,000 से अधिक एक्टिवेटेड सिम बरामद हुए हैं, साथ ही सिम को एक्टिवेट करने के उपकरण भी बरामद किए गए हैं.
कु. ज्ञानंजय सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक