हरदोई: जिले में विगत 2 जून को हुई आगजनी की घटना को लेकर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने साझा बयान जारी किया है. दरअसल एक दलित के घर में आग लगी थी जिसका आरोप दबंगों पर लगा था. इस मामले में कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने भी घटनास्थल का दौरा किया. मामला राजनीतिक रंग न ले सके लिहाजा देर रात डीएम और एसपी ने इस पूरे मामले में सफाई दी.
प्रशासन के मुताबिक दो भाइयों के बीच जमीनी विवाद हुआ जिसमें एक पक्ष ने खुद के पक्ष को कमजोर देखकर अपने घर में आग लगाई थी और इसका आरोप दूसरे पक्ष पर लगाया था. दबंगों के दलित के घर में आग लगाने की बात पूर्णतया निराधार है. इस मामले में पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की है. प्रशासन के मुताबिक विवेचना जारी है और मौके पर शांति व्यवस्था कायम है.
डीएम, एसपी ने दी सफाई
पुलिस लाइन सभागार में देर रात जिला अधिकारी पुलकित खरे और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने साझा प्रेस कांफ्रेंस के दौरान थाना टडियावा के खाड़ा खेड़ा गांव में दलित के घर में विगत 2 जून को लगी आग के मामले में अपनी सफाई दी. डीएम के मुताबिक रामदयाल, बनवारी और दाताराम तीन भाई हैं. इनमें दाताराम मानसिक विक्षिप्त था जो कि कहीं चला गया था. पैतृक संपत्ति का बंटवारा कर रामदयाल और बनवारी ने अपना घर बनवा लिया. दाताराम की भूमि को लेकर दोनों भाइयों में विवाद था. विवादित भूमि को लेकर रामदयाल ने न्यायालय में वाद दायर किया था. विगत 2 जून को रामदयाल ने विवादित भूमि पर मकान के निर्माण का कार्य शुरू किया.
जिसके बाद रामदयाल और बनवारी दोनों पक्षों में मारपीट हुई. जिसमें बनवारी के पक्ष से छोटू, साधना और दामिनी को चोट आई जिन्हें गांव के ही गुड्डू सिंह ने अपनी बोलेरो गाड़ी से अस्पताल भिजवाया. इस मामले में बनवारी की ओर से एनसीआर दर्ज की गई और दोनों पक्षों के खिलाफ 107,116 की कार्रवाई की गई. इस मामले में 9 जून को एक प्रार्थना पत्र के आधार पर रामदयाल की ओर से एक मुकदमा दर्ज कराया गया.
पुलिस को गुमराह करने के लिए रची साजिश
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक बनवारी पक्ष के लोग जब अस्पताल जा रहे थे तो उसी समय अपने पक्ष को कमजोर देखकर रामदयाल के लड़के संजय ने अपने घर में आग लगाई और उसके बाद बुझा दिया. रामदयाल ने यह सब पुलिस को गुमराह करने के लिए किया.
प्रशासन के मुताबिक इस मामले में किसी दबंग के आग लगाने की जो चर्चाएं हो रही हैं, वह पूरी तरीके से निराधार है. मामला राजनीतिक रंग ले रहा था लिहाजा इस प्रकरण में गंभीरता से जांच की गई. उधर, कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने रामदयाल के घर अग्निकांड के बाद 20 जून को दौरा किया था. मामला राजनीतिक रंग न ले ले लिहाजा एसपी और डीएम ने एक साथ इस पूरे मामले में सफाई दी है.