हरदोई: जिले में अभी तक परिषदीय विद्यालयों के बच्चे टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ाई करते नजर आते रहे हैं. इनकी अपेक्षा कान्वेंट स्कूलों में बच्चों के कंफर्टजोंन का खास ख्याल रखते हुए उन्हें लकड़ी की कुर्सी और मेज पर बिठाकर शिक्षा ग्रहण कराई जाती है, लेकिन परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को इस कंफर्ट का सुख अब तक नहीं मिला था. वहीं अब जिले के करीब एक हजार प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. निदेशालय स्तर से जिले में करीब एक हजार विद्यालयों की सूची तैयार करने के निर्देश जारी किये गए हैं.
परिषदीय विद्यालयों के बच्चे करेंगे मेज-कुर्सी पर पढ़ाई
- जिले में करीब 28 से अधिक प्राथमिक विद्यालय मौजूद हैं.
- विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे टाटपट्टी पर बैठकर पढ़ाई करते हैं.
- टाटपट्टी पर बैठने से बच्चों के शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं.
- निदेशालय स्तर से जिले के विद्यालयों में प्राइवेट विद्यालयों की तर्ज पर लकड़ी की बेचें, कुर्सियां उपलब्ध कराए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
- जिले के एक हजार विद्यालयों की सूची तैयार करने के निर्देश जारी हुए हैं.
- विद्यालयों में पढ़ने वाले करीब एक लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित होंगे.
- इससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्सुकता बढ़ने के साथ ही विद्यालयों में बच्चों के नामांकन में भी वृद्धि देखने को मिलेगी.
- एक हजार विद्यालयों में कुर्सी व मेजों का इंतजाम करने के बाद जिले के शेष बचे विद्यालयों में भी इस सुविधा को मुहैया कराया जाएगा.
मिशन कायाकल्प के तहत इस योजना को लागू किया जाएगा. जिसके तहत जिले के सभी परिषदीय विद्यालयों में टाटपट्टी की नीति को खत्म किया जा सके और बच्चों के लिए आराम दायक कुर्सी और मेजों का प्रबंध किया जा सके. बहुत जल्द जिले के सभी विद्यालयों में इस योजना को लागू किया जाएगा.
हेमंत राव, बीएसए