हरदोई: जिले के राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में बाल अपचारियों से झाड़ू लगवाई जा रही है. बर्तन भी धुलवाए जा रहे हैं. किशोरों से खाना तक बनवाया जा रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव बाल संप्रेक्षण गृह में निरीक्षण करने पहुंची. बाल अपचारियों ने इसकी शिकायत उनसे की. जिसके बाद प्राधिकरण सचिव ने जिम्मेदारों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही बच्चों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर सभी को नसीहत दी. निरीक्षण का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रशासनिक अफसरों ने इसका संज्ञान लिया. इस मामले में प्रशासन का कहना है कि बाल संप्रेक्षण गृह में क्षमता से अधिक अपचारी मौजूद हैं. कर्मचारियों की संख्या कम है जिसकी अव्यवस्था जल्द ही की जाएगी.
बच्चों से करवाया जा रहा था काम
मामला हरदोई जिले के कोतवाली शहर क्षेत्र के गांव रुद्धेपुरवा के पास राजकीय किशोर सम्प्रेक्षण गृह का है. यहां विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव न्यायाधीश सबीहा खातून निरीक्षण करने पहुंची थीं. इस दौरान वे वहां मौजूद बाल अपचारियों से मिलीं. उन्होंने उनसे व्यवस्थाओं की जानकारी ली. इस दौरान कुछ बाल अपचारियों ने जबरदस्ती झाड़ू लगवाने और बर्तन धुलवाने की शिकायत की. बाल अपचारियों ने बताया कि उन्हें रोटेशन के अनुसार साफ सफाई करने के लिए कहा जाता है. वे सफाई करने को मजबूर होते हैं. निरीक्षण के दौरान कुछ बाल अपचारी रोटी बनाते भी नजर आए. इसके बाद विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव न्यायाधीश ने सभी कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई.
लापरवाही आई सामने
विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव का यह निरीक्षण पहले से प्रस्तावित नहीं था. वह अचानक ही बाल संप्रेक्षण गृह पहुंच गईं. यही कारण रहा कि जब न्यायाधीश निरीक्षण के लिए पहुंचीं तो उन्हें तमाम खामियां नजर आईं. इनमें सबसे अहम बाल अपचारियों से साफ सफाई कराना, बर्तन धुलवाना, रोटी बनवाना था. बाल अपचारियों के आरोपों से वहां तैनात अधिकारी-कर्मचारी असहज हो गए. प्राधिकरण की सचिव ने सभी को फटकार लगाने के बाद कार्रवाई की बात कही. इस दौरान निरीक्षण और बातचीत का यह पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके बाद बाल संप्रेषण गृह की लापरवाही खुलकर सामने आ गई.
क्षमता से ज्यादा है बाल अपचारी
प्रशासन के मुताबिक हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर जिले के बाल अपराधियों को यहां पर रखा जाता है. वर्तमान समय में बाल सम्प्रेक्षण गृह में 50 बाल अपचारियों के रखने की व्यवस्था है, लेकिन यहां 120 बाल अपचारी बन्द हैं. इसके चलते कर्मचारी कम होने की वजह से कुछ कार्य प्रभावित हो रहे हैं.
जल्द होगी कार्रवाई
सिटी मजिस्ट्रेट जंगबहादुर यादव ने बताया कि बाल संप्रेक्षण गृह में बच्चों की शिकायत करने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में पूरे प्रकरण की जांच जिला प्रोबेशन अधिकारी को सौंपी गई है. प्रोबेशन अधिकारी ने बताया है कि जनपद के बाल संप्रेक्षण गृह में 50 बाल अपचारियों को रखने की व्यवस्था है, लेकिन इसके सापेक्ष 120 बाल अपचारी वर्तमान समय में बाल संप्रेक्षण गृह में मौजूद हैं. कर्मचारियों की कमी के चलते यहां अव्यवस्था सामने आई है. जल्द ही इन अव्यवस्थाओं को दूर किया जाएगा.